Bihar news : बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 71 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। लेकिन सूची आते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है क्योंकि पार्टी ने कई वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं का टिकट काट दिया है।
किस-किस का टिकट कटा?
BJP की इस सूची में तीन बड़े नाम सबसे चर्चित हैं:
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अमरेंद्र प्रताप सिंह (पूर्व कृषि मंत्री)
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नंदकिशोर यादव (पूर्व विधानसभा अध्यक्ष)
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अरुण सिन्हा (विधायक, कुम्हरार सीट)
इन नेताओं को इस बार टिकट नहीं दिया गया है, जिससे पार्टी की रणनीति में बदलाव साफ नज़र आ रहा है।
नंदकिशोर यादव का भावुक बयान
पटना साहिब से सात बार विधायक रह चुके वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने टिकट कटने पर बेहद संतुलित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“भाजपा ने मुझे हमेशा बहुत कुछ दिया है। मुझे पार्टी से कोई नाराज़गी नहीं है। नई पीढ़ी को अवसर मिलना चाहिए। मैं पार्टी के निर्णय का सम्मान करता हूं और पटना साहिब की जनता का जीवनभर आभारी रहूंगा।”
कई सीटों पर नए चेहरे, बड़ा बदलाव
भाजपा ने इस बार नई पीढ़ी और नए चेहरों को प्राथमिकता दी है। जिन सीटों पर पुराने नेताओं की जगह नए उम्मीदवारों को मौका दिया गया है, उनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
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पटना साहिब – रत्नेश कुशवाहा
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कुम्हरार – संजय गुप्ता
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आरा – संजय सिंह ‘टाइगर’
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नरपतगंज – देवंती यादव (पूर्व विधायक, नए सिरे से मौका)
इसके अलावा, भाजपा ने रिगा, औराई, राजनगर, बौराम, कटोरिया और सीतामढ़ी जैसी सीटों पर भी मौजूदा विधायकों की जगह नए चेहरों को टिकट दिया है।
भाजपा की चुनावी रणनीति में नया संकेत
बीजेपी द्वारा लिस्ट में किए गए इन बदलावों से साफ है कि पार्टी इस बार युवा, ऊर्जावान और जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को तरजीह देना चाहती है। यह भी संकेत है कि पार्टी संगठनात्मक मजबूती, जातीय संतुलन और विकास की छवि के साथ 2025 के चुनावों में उतरने की तैयारी में है।











