नई दिल्ली, 30 अगस्त 2025:
दिल्ली: दिल्ली के कालकाजी मंदिर में शुक्रवार रात एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई। दर्शन के बाद ‘चुन्नी-प्रसाद’ न मिलने पर श्रद्धालुओं ने मंदिर के सेवादार पर हमला कर दिया, जिसमें गंभीर रूप से घायल सेवादार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
विवाद से हत्या तक: घटना का क्रम
पुलिस के अनुसार, घटना रात 9:00 से 9:30 बजे के बीच की है। कालकाजी थाना पुलिस को एक पीसीआर कॉल के ज़रिए मंदिर परिसर में झगड़े की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि दर्शन करने आए श्रद्धालुओं ने सेवादार योगेन्द्र सिंह से ‘चुन्नी-प्रसाद’ मांगा। जब किसी कारणवश उनकी मांग पूरी नहीं हो सकी, तो बहस शुरू हो गई जो जल्द ही हिंसा में बदल गई। हमले में श्रद्धालुओं ने योगेंद्र सिंह पर लाठियों और घूंसों से ताबड़तोड़ वार किए। उन्हें तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन गंभीर चोटों के चलते उनकी मृत्यु हो गई।
मृतक सेवादार की पहचान
मृतक की पहचान योगेन्द्र सिंह (35) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के हरदोई ज़िले के फत्तेपुर गांव के निवासी थे। वह पिछले 14-15 वर्षों से कालकाजी मंदिर में सेवा दे रहे थे।
एक आरोपी गिरफ्तार, अन्य फरार
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से एक आरोपी अतुल पांडे (30), निवासी दक्षिणपुरी को मौके से गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 103(1) (हत्या) और 3(5) (संयुक्त दायित्व) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
स्थानीय लोगों में रोष
घटना के बाद मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में आक्रोश और शोक का माहौल है। स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं ने इस बर्बर कृत्य की कड़ी निंदा की है और सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
