Hanuman Prashnavali Yantra: सनातन धर्म में हनुमान जी को चारों युगों का प्रतापी बताया गया है। मान्यताओं और हिन्दू धर्म ग्रन्थों के अनुसार हनुमान जी सप्त चिरंजीवियों में से एक हैं, जिनका वास कलियुग में भी है। इसलिए भक्तजन प्रत्येक शनिवार और मंगलवार को हनुमान जी की विशेष पूजा-पाठ करते हैं। जिससे वह हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त कर सकें। इसी कड़ी में कुछ लोग जब समस्याओं से घिर जाते हैं तो अपने आराध्य की प्रश्नावली द्वारा हल (समाधान) प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
गोस्वामी तुलसीदास कृत श्री रामचरितमानस में जिस प्रकार श्री राम शलाका द्वारा अपने समस्याओं का हल खोजने का प्रयास करते हैं। उसी प्रकार जिन भक्तों की शृद्धा और विश्वास हनुमान जी में होता है, वह भक्त अपनी समस्याओं के हल के लिए श्री हनुमान प्रश्नावली यंत्र (चक्र) का प्रयोग करते हैं।
हनुमान प्रश्नावली चक्र
हनुमान प्रश्नावली का प्रयोग किस प्रकार करें?
इस प्रश्नावली का प्रयोग करने के लिए निम्न बिन्दुओं / चरणों को फॉलो करें।
- प्रथम चरण– सबसे पहले भगवान प्रभु श्रीरामचन्द्र जी और हनुमान जी का ध्यान करें। इसके अलावा आप किसी मंत्र या स्तुति का पाठ व जाप भी कर सकते हैं। और अपने मन में हनुमान जी से अपने प्रश्न का समाधान देने का निवेदन करें।
- द्वितीय चरण– अब अपने मन में सवाल पुछते हुये आँखें बंद करके ऊपर दिये गए “हनुमान प्रश्नावली यंत्र चित्र” पर अपनी उंगली घुमाएं और किसी स्थान पर रोक दें।
- तृतीय चरण– अब आपको जहां अंगुली रुकी है वह नंबर देखना है। और उस नंबर का फलादेश (उत्तर) नीचे से देखना है।
Hanuman Prashnavali with Answers in Hindi
1- आपका कार्य शीघ्र पूरा होगा।
2- आपके कार्य में समय लेगगा। मंगलवार का व्रत करें।
3- प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें तो कार्य शीघ्र पूरा होगा।
4- कार्य पूर्ण नहीं होगा।
5- कार्य शीघ्र होगा, किंतु अन्य व्यक्ति की सहायता लेनी पड़ेगी।
6- कोई व्यक्ति आपके कार्यों में रोड़े अटका रहा है, बजरंग बाण का पाठ करें।
7- आपके कार्य में किसी स्त्री की सहायता अपेक्षित है।
8- आपका कार्य नहीं होगा, कोई अन्य कार्य करें।
9- कार्यसिद्धि के लिए यात्रा करनी पड़ेगी।
10- मंगलवार का व्रत रखें और हनुमानजी को चोला चढ़ाएं, तो मनोकामना पूर्ण होगी।
11- आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी होगी। सुंदरकांड का पाठ करें।
12- आपके शत्रु बहुत हैं। कार्य नहीं होने देंगे।
13- पीपल के वृक्ष की पूजा करें। एक माह बाद कार्य सिद्ध होगा।
14- आपको शीघ्र लाभ होने वाला है। मंगलवार को गाय को गुड़-चना खिलाएं।
15- शरीर स्वस्थ रहेगा, चिंताएं दूर होंगी।
16- परिवार में वृद्धि होगी। माता-पिता की सेवा करें और रामचरितमानस के बालकाण्ड का पाठ करें।
17- कुछ दिन चिंता रहेगी। ऊँ हनुमते नम: मंत्र की प्रतिदिन एक माला का जप करें।
18- हनुमानजी के पूजन एवं दर्शन से मनोकामना पूर्ण होगी।
19- आपको व्यवसाय द्वारा लाभ होगा। दक्षिण दिशा में व्यापारिक संबंध बढ़ाएं।
20- ऋण से छुटकारा, धन की प्राप्ति तथा सुख की उपलब्धि शीघ्र होने वाली है। हनुमान चालीसा का पाठ करें।
21- श्रीरामचंद्रजी की कृपा से धन मिलेगा। श्रीसीताराम के नाम की पांच माला रोज करें।
22- अभी कठिनाइयों का सामाना करना पड़ेगा पर अंत में विजय आपकी होगी।
23- आपके दिन ठीक नहीं है। रोजाना हनुमानजी का पूजन करें। मंगलवार को चोला चढ़ाएं। संकटों से मुक्ति मिलेगी।
24- आपके घर वाले ही विरोध में हैं। उन्हें अनुकूल बनाने के लिए पूर्णिमा का व्रत करें।
25- आपको शीघ्र शुभ समाचार मिलेगा।
26- हर काम सोच-समझकर करें।
27- स्त्री पक्ष से आपको लाभ होगा। दुर्गासप्तशती का पाठ करें।
28- अभी कुछ महीनों तक परेशानी है।
29- अभी आपके कार्य की सिद्धि में विलंब है
30- आपके मित्र ही आपको धोखा देंगे। सोमवार का व्रत करें।
31- संतान का सुख प्राप्त होगा। शिव की आराधना करें व शिवमहिम्नस्तोत्र का पाठ करें।
32- आपके दुश्मन आपको परेशान कर रहे हैं। रोज पार्थिव शिवलिंग का पूजन कर शिव ताण्डवस्तोत्र का पाठ करें। सोमवार को ब्राह्मण को भोजन कराएं।
33- कोई स्त्री आपको धोखा देना चाहती है, सावधान रहें।
34- आपके भाई-बंधु विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को व्रत रखें।
35- नौकरी से आपको लाभ होगा। पदोन्नति संभव है, पूर्णिमा को व्रत रख कथा कराएं।
36- आपके लिए यात्रा शुभदायक रहेगी। आपके अच्छे दिन आ गए हैं।
37- पुत्र आपकी चिंता का कारण बनेगा। रोज राम नाम की पांच माला का जप करें।
38- आपको अभी कुछ दिन और परेशानी रहेगी। यथाशक्ति दान-पुण्य और कीर्तन करें।
39- आपको राजकार्य और मुकद्मे में सफलता मिलेगी। श्रीसीताराम का पूजन करने से लाभ मिलेगा।
40- अतिशीघ्र आपको यश प्राप्त होगा। हनुमानजी की उपासना करें और रामनाम का जप करें।
41- आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।
42- समय अभी अच्छा नहीं है।
43- आपको आर्थिक कष्ट का सामना करना पड़ेगा।
44- आपको धन की प्राप्ति होगी।
45- दाम्पत्य सुख मिलेगा।
46- संतान सुख की प्राप्ति होने वाली है।
47- अभी दुर्भाग्य समाप्त नहीं हुआ है। विदेश यात्रा से अवश्य लाभ होगा।
48- आपका अच्छा समय आने वाला है। सामाजिक और व्यवसायिक क्षेत्र में लाभ मिलेगा।
49- आपका समय बहुत अच्छा आ रहा है। आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी।
इस प्रकार आसानी से श्री हनुमान प्रश्नवाली के द्वारा भक्तजन अपनी समस्याओं के उत्तर इन फलादेशों से प्राप्त करते हैं।