Uma Bharti election 2025: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने आगामी चुनाव 2025 को लेकर बड़ा बयान दिया है। एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने राजनीतिक, सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई अहम मुद्दों पर खुलकर राय रखी और यह भी संकेत दिए कि वे एक बार फिर चुनावी मैदान में उतर सकती हैं।
चुनाव लड़ने को लेकर उमा भारती ने कह दी ये बात…
क्या उमा भारती अगला चुनाव लड़ने का विचार कर रही हैं। ये सवाल काफी वक़्त से सभी के मन में चलता आया है। अब हाल में उमा भारती ने इस सवाल के जवाब देते हुए उन्होंने कहा है कि ‘अभी तो मेरी वो उम्र ही नहीं आई है जब प्रधानमंत्री मोदी जी पहला चुनाव लड़े थे’।हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि मैं अपनी प्रतिबद्धताओं के प्रति बेहद गंभीर हूं और यदि मैं चुनाव लड़ती हूं फिर मेरा पूरा ध्यान मेरे क्षेत्र पर होगा। उन्होंने कहा कि मैं लक्ष्यनिष्ठ हूं और चुनाव लड़ना सार्थक होगा तभी लडूंगी.. नहीं तो ऐसा विचार नहीं करुँगी। उमा भारती ने कहा कि ‘I am very powerful in myself’ और मुझे किसी ऑब्जेक्ट से पावर प्राप्त नहीं करना है। उन्होंने कहा कि मेरे पास आमजन की पावर है।
‘योगदान की उम्र तय नहीं की जा सकती’.. – उमा भारती
राजनीति में रियाटरमेंट की उम्र पर चर्चाओं के बीच उमा भारती ने कहा कि कोई पार्टी या संस्था रिटायरमेंट की उम्र तय करता है लेकिन पार्टी में योगदान के कभी भी कोई भी उम्र तय नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि राजनीति एक प्लेटफॉर्म है और उसमें मेरा योगदान मेरी क्षमता हमेहा से रही किसी भी पद के लिए उम्र तय की जा सकती है लेकिन योगदान की क्षमता को उम्र के अनुसार निर्धारित कतई नहीं किया जा सकता है।
अंतिम लक्ष्य PoK वापस लेना…
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर उमा भारती ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमारा अंतिम लक्ष्य पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लाना है।उन्होंने कहा कि जो इस ऑपरेशन पर सवाल खड़े कर रहे हैं वो भारतीय सेना के शौर्य को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ उन्होंने बोला कि हमारा लक्ष्य तभी पूरा होगा जब PoK हमें वापस मिलेगा। उन्होंने कहा कि वो प्राकृतिक न्याय में भरोसा करती हैं पाकिस्तान जिस तरह आतंकवाद को पनाह दे रहा है और किसी दिन आतंकवाद ही पाकिस्तान को तबाह कर देगा।
मालेगांव ब्लास्ट पर भी दिया तगड़ा बयान
भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता ने इस पर अपना बयान देते हुए कहा कि इस बात की गहनता से जांच होनी चाहिए कि व्यापम में उनका कैसे आया। इसी तरह ये भी जांच का बड़ा और गंभीर विषय है कि मालेगांव विस्फोट मामले में में प्रज्ञा ठाकुर समेत अन्य निरपराध लोगों के नाम क्यों जोड़े दिए और असली अपराधी क्यों और किस प्रकार बच निकले। उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला जांच का विषय है क्योंकि ये देश के हिंदू समाज को बदनाम करने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ता।
वोट चोरी के आरोपों पर राहुल गांधी पर तगड़ा वार
विपक्ष द्वारा वोट चोरी के आरोपों पर उमा भारती ने कहा कि राहुल गांधी पर तगड़ा निशाना साधते हुए कहा कि इमरजेंसी के बाद के देश के हालात याद दिलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह इंदिरा गांधी चुनाव हार गयी थीं वो इस बात का सबूत है कि जब वोटर पहले से तय कर लेता है तो फिर कोई चोरी कर ही नहीं सकता। लोकतंत्र में सारी शक्ति मतदाता के हाथ में ही होती है।बयान देते हुए उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी हमेशा भूल जाते हैं कि चुनाव आयोग से चुनावों में जीत हासिल नहीं किया जा सकता, लोगों का दिल जीतकर चुनाव जीता जाता है। मैं उनसे कहना चाहूंगी कि पहले लोगों का दिल जीतना सीखें। आप शौर्यबल का अपमान करते हैं, कश्मीर में जाकर 370 वापिस लाने की बात करते हैं, अयोध्या राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण देने पर भी नहीं गए।राष्ट्रीय गौरव के सभी चीजों को अनदेखा करते हैं, चुनाव जीत नहीं पाते हैं और कांग्रेस तबाह होती जा रही है’। इसी के साथ उन्होंने तंज कस्ते हुए कहा कि राह राहुल गांधी को अपनी स्मृति में सुधार करने के लिए होम्योपैथी की दवा लेनी चाहिए।
