रिपोर्ट : सोनू कुमार
स्थान : कहलगांव, बिहार
Kahalgaon : बिहार विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गतिविधियाँ तेज़ होती जा रही हैं। इसी बीच क्षेत्र में पोस्टर फाड़ने की एक घटना ने स्थानीय राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। दो राजनीतिक गुटों के बीच बढ़ती तनातनी अब खुलकर सामने आने लगी है।सूत्रों के अनुसार, झारखंड सरकार में श्रम नियोजन मंत्री संजय प्रसाद यादव के पुत्र रजनीश यादव कहलगांव से राजद (RJD) के संभावित उम्मीदवार के रूप में सक्रिय चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। क्षेत्र में उनके पोस्टर और बैनर व्यापक रूप से लगाए गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में सफल हो रहे हैं।दूसरी ओर, एनटीपीसी में अध्यक्ष पद पर कार्यरत सुभाष यादव के पुत्र पिक्कू कुमार ने भी राजद पार्टी से ही विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। दोनों ही गुटों की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं अब टकराव की स्थिति में पहुंच चुकी हैं।
पोस्टर फाड़ने का आरोप, CCTV फुटेज आया सामने
गुप्त सूचना के आधार पर पता चला है कि सुभाष यादव, शराब के नशे में अपने पुत्र पिक्कू कुमार व कुछ समर्थकों के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर देर रात पोस्टर फाड़ते देखे गए। इस दौरान अमरजीत कुमार समेत कुल आठ युवकों की उपस्थिति की बात सामने आई है।घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें सुभाष यादव को पोस्टर फाड़ने का निर्देश देते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह वीडियो अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन चुका है और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
जनता में आक्रोश, रजनीश यादव को मिल रहा समर्थन
इस घटना से क्षेत्रीय जनता में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। चाय दुकानों से लेकर चौक-चौराहों तक हर जगह इस मुद्दे पर बहस हो रही है। सुभाष यादव की इस कथित हरकत से उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।इस विपरीत माहौल में रजनीश यादव को क्षेत्र के युवाओं व आम नागरिकों का खुला समर्थन मिल रहा है। लंदन से शिक्षा प्राप्त कर लौटे रजनीश यादव को एक युवा, शिक्षित और जिम्मेदार नेतृत्व के रूप में देखा जा रहा है। जनता का कहना है कि वे हर कॉल का जवाब देते हैं और आम लोगों के सुख-दुख में साथ खड़े रहते हैं।
पुलिस में शिकायत, जांच शुरू
पीड़ित पक्ष ने इस घटना को लेकर कहलगांव थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और CCTV फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कुछ अहम गिरफ्तारियाँ या कार्रवाई हो सकती है।
राजद के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति
घटना ने राजद के लिए भी असहज स्थिति पैदा कर दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस आंतरिक खींचतान को कैसे संभालती है और टिकट वितरण में क्या रुख अपनाती है।
