Jharkhand News : झारखंड के गोड्डा जिले के बलबड्डा स्थित ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर प्रांगण में दुर्गा पूजा के छठे दिन एक भव्य और ऐतिहासिक डांडिया नाइट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। खास बात यह रही कि यह आयोजन पूरी तरह निशुल्क था, जिसे देखने और इसमें भाग लेने के लिए 20,000 से अधिक श्रद्धालु उमड़ पड़े।यह पहला अवसर था जब गोड्डा जिले ने दिल्ली, मुंबई और राजस्थान जैसे बड़े शहरों में होने वाले भव्य डांडिया नाइट की झलक अपने आंगन में देखी। पूरे आयोजन में श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक रंग घुला हुआ नजर आया।
आयोजन का नेतृत्व और अतिथि
इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन मेला अध्यक्ष अरुण कुमार राम, जीपीएस स्कूल अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, और सहयोगी धनंजय कुमार सिंह व नयन कुमार राम के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मेहरमा प्रखंड की जिला परिषद सदस्य कदमी देवी सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
बच्चों ने दिखाया टैलेंट, भक्तिमय माहौल में झूमा प्रांगण
डांडिया नाइट के दौरान आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में स्थानीय स्कूलों के छात्रों और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
पूरे आयोजन के दौरान मंदिर प्रांगण भक्ति और उमंग के माहौल से सराबोर रहा। श्रद्धालु देर रात तक गरबा और डांडिया की धुनों पर झूमते नजर आए।
मेला अध्यक्ष अरुण कुमार राम का भावपूर्ण संदेश
मेला अध्यक्ष अरुण कुमार राम ने कार्यक्रम के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा:
“हमारा उद्देश्य पूरी तरह सेवा भाव से जनता को आनंद और सांस्कृतिक कार्यक्रम का अनुभव कराना है। जनता हमारे लिए भगवान के समान है। भगवान से पैसा लेकर कार्यक्रम करवाना हमें उचित नहीं लगता। इसलिए यह आयोजन पूर्णत: निशुल्क रखा गया।”
प्रशासनिक सहयोग और सुरक्षा व्यवस्था
इतिहास में पहली बार गोड्डा जिले में इतना बड़ा गरबा और डांडिया नाइट बिना किसी टिकट या शुल्क के सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रशासन का भी विशेष सहयोग रहा।
सुरक्षा के लिए हर जगह प्रशासनिक तैनाती रही, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।
जनता की सराहना
स्थानीय लोगों ने इस आयोजन को लेकर गहरी खुशी जताई और मेला समिति व अध्यक्ष अरुण कुमार राम की टीम की प्रशंसा की। यह आयोजन धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी गोड्डा जिले के लिए एक ऐतिहासिक मिसाल बन गया है।
