रिपोर्ट– राहुल मिश्रा
Lucknow News : आज राजधानी लखनऊ में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जयंती, भक्त मीराबाई जयंती एवं स्वर्गीय डी.पी. बोरा जी की 85वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की गरिमामयी उपस्थिति में “मातृ शक्ति वंदन एवं 15 सेवा शक्ति केंद्रों (सिलाई प्रशिक्षण केंद्र) के शुभारंभ” तथा “श्रद्धेय डी.पी. बोरा जी की स्मृति व्याख्यानमाला” कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन एवं महर्षि वाल्मीकि जी तथा भक्त मीराबाई जी के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने इस अवसर पर दोनों महान संतों को नमन करते हुए कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा में इन महान विभूतियों का योगदान अमूल्य है। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण के माध्यम से मानवता को सत्य, मर्यादा और धर्म के पथ पर चलने का संदेश दिया, वहीं भक्त मीराबाई ने ईश्वर भक्ति और समर्पण की मिसाल पेश की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वर्गीय डी.पी. बोरा जी के योगदान को भी स्मरण किया और कहा कि वे समाज सेवा, शिक्षा और संगठन के क्षेत्र में एक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। योगी जी ने कहा कि बोरा जी ने सदैव समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कार्य किया और उनके विचार आज भी सभी के लिए मार्गदर्शक हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मातृ शक्ति वंदन कार्यक्रम के अंतर्गत 15 सेवा शक्ति केंद्रों (सिलाई प्रशिक्षण केंद्र) का शुभारंभ करते हुए कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए लगातार कार्य कर रही है और इन केंद्रों के माध्यम से हजारों महिलाएं रोजगार प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनेंगी।
इस अवसर पर मा० सदस्य, राज्यसभा डॉ. दिनेश शर्मा जी, मा० सदस्य, राज्यसभा श्री बृजलाल जी, मा० सदस्य, विधान परिषद श्री मुकेश शर्मा जी, मा० सदस्य, विधान परिषद श्री रामचंद्र प्रधान जी, मा० सदस्य, विधान परिषद श्री पवन सिंह चौहान जी, मा० सदस्य, विधान परिषद श्री अवनीश कुमार सिंह जी, मा० महापौर, लखनऊ श्रीमती सुषमा खर्कवाल जी, मा० महानगर अध्यक्ष भाजपा लखनऊ श्री आनंद द्विवेदी जी, मा० विधायक एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. नीरज बोरा जी, मा० विधायक श्री योगेश शुक्ला जी तथा मा० विधायक श्री अमरेश कुमार जी सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने समाजसेवा, महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक विरासत के प्रति सबको प्रेरित करते हुए कहा कि “जब समाज की मातृ शक्ति सशक्त होगी, तभी राष्ट्र सशक्त होगा।”
