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Ahmedabad Flight Crash: अहमदाबाद विमान हादसे की जांच के लिए बनी उच्च स्तरीय समिति, 90 दिन में सामने आएगा पूरा सच

High level committee formed to investigate
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Ahmedabad Flight Crash News: 12 जून 2025 की सुबह देश के इतिहास में एक और काली तारीख बन गई। गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह विमान लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था, लेकिन टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद एक रिहायशी इमारत से टकरा गया और पल भर में मंजर ऐसा बन गया जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।

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इस भयावह हादसे में कुल 270 यात्रियों की जान चली गई, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। दुख और हैरानी की बात यह भी रही कि इस भीषण त्रासदी में केवल एक यात्री जीवित बच सका, जिसे डॉक्टरों की टीम फिलहाल निगरानी में रखे हुए है।

जांच के आदेश, सवालों के घेरे में सिस्टम

हादसे के बाद से सवाल उठ रहे हैं—क्या यह सिर्फ तकनीकी चूक थी, या इसके पीछे कहीं न कहीं व्यवस्थागत लापरवाही भी जिम्मेदार है? इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है। इस समिति को न केवल हादसे के पीछे की वजहों की पड़ताल करनी है, बल्कि मौजूदा मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) की समीक्षा कर भविष्य के लिए सख्त दिशा-निर्देश भी तैयार करने हैं।

समिति में कौन-कौन होंगे शामिल?

इस बहु-विषयक समिति की अध्यक्षता गृह मंत्रालय के गृह सचिव करेंगे। उनके साथ इसमें कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं:

  • नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव
  • गृह मंत्रालय के अतिरिक्त या संयुक्त सचिव
  • गुजरात सरकार का प्रतिनिधि
  • गुजरात राज्य आपदा प्रतिक्रिया प्राधिकरण (GSDMA) के अधिकारी
  • गुजरात के पुलिस महानिदेशक (DGP)
  • अहमदाबाद पुलिस आयुक्त
  • भारतीय वायुसेना के महानिदेशक
  • नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) और DGCA के अधिकारी
  • खुफिया ब्यूरो के विशेष निदेशक
  • फोरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय के निदेशक

समिति कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, फ्लाइट डाटा, ATC लॉग, मेंटेनेंस रिपोर्ट, स्टाफ इंटरव्यू, और गवाहों की गवाही जैसे अहम तकनीकी और मानव कारकों के आधार पर जांच करेगी।

सरकार ने जांच समिति को 90 दिनों की समयसीमा दी है, जिसमें उन्हें अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपनी होगी। रिपोर्ट के आधार पर यह तय होगा कि इस हादसे की जड़ में कौन-से कारण थे- मशीन की खामी, मानवीय त्रुटि या फिर कोई व्यवस्थागत चूक।

DGCA ने भी लिए सख्त फैसले

इस हादसे के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने भी तत्काल कदम उठाए हैं। शुक्रवार को DGCA ने देश में संचालित सभी 787 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच के आदेश दिए। इसके तहत विमानों के:

  • ईंधन प्रणाली
  • हाइड्रोलिक सिस्टम
  • इंजन कंट्रोल
  • एयर कंप्रेसर
  • टेकऑफ के तकनीकी मानकों

की बारीकी से जांच की जाएगी। साथ ही पावर एश्योरेंस चेक अनिवार्य किया गया है। DGCA ने निर्देश दिए हैं कि 15 दिनों के भीतर सभी तकनीकी खामियों की समीक्षा की जाए और जरूरत के अनुसार मरम्मत कर रिपोर्ट सौंप दी जाए।

Shivam Verma
Author: Shivam Verma

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