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Barabanki News : देवा मेला में 101वां ऑल इंडिया मुशायरा आयोजित, देशभर के शायरों ने पेश की अदबी महफ़िल

Barabanki News : देवा मेला में 101वां ऑल इंडिया मुशायरा आयोजित, देशभर के शायरों ने पेश की अदबी महफ़िल
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रिपोर्टर: रोहित कुमार
लोकेशन: देवा मेला, बाराबंकी

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Barabanki News : देवा मेला परिसर के ऑडिटोरियम में बुधवार की रात आयोजित 101वें ऑल इंडिया मुशायरे में देशभर से आए नामचीन शायरों ने अपनी शायरी, ग़ज़लों और नज़्मों के ज़रिए एक रूहानी माहौल बना दिया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में श्रोताओं ने हर शेर पर तालियों से स्वागत कर अदब के इस जश्न को ऐतिहासिक बना दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश दिग्विजय सिंह, फिल्म निर्देशक मुज़फ़्फर अली और पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप द्वारा शमां रोशन कर की गई। मुशायरे की अध्यक्षता इमरान-उर-रहमान किदवई ने की, जबकि संचालन (निज़ामत) मशहूर शायर अबरार काशिफ ने किया।

इस अवसर पर मुख्य संयोजक चौधरी तालिब नज़ीब कोकब और मेला कमेटी के सदस्यों ने सभी अतिथियों और शायरों का शाल ओढ़ाकर एवं मोमेंटो भेंट कर सम्मान किया। कार्यक्रम में फव्वाद किदवई, महबूब-उर-रहमान किदवई, राय स्वरेश्वर बली, संदीप सिन्हा, चौधरी फैज़ महमूद, डॉ. फार्रुख हुसैन किदवई, रानी मृणालिनी सिंह और वरिष्ठ पत्रकार हसमत उल्ला सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

स्मारिका ‘आबसार 2025’ का विमोचन

कार्यक्रम के दौरान मेला समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका “आबसार 2025” का भव्य विमोचन भी मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया।

शायरों ने पढ़े जज़्बातों से भरे शेर

मुशायरे की शुरुआत शायर अज्म शाकिरी ने अपने शेर

“नहर से इक नहर जारी कर रहा हूँ, आंसुओं से चित्रकारी कर रहा हूँ।”
से की। इसके बाद शायर फैज़ कुमार ने श्रोताओं को अपने शेरों से झूमने पर मजबूर कर दिया:
“इतने ग़म पहले मुहब्बत ने दिए मुझको, अब न पछताएंगे अब इश्क़ दोबारा करके।”
“शेहर में जो रहने का तलबगार नहीं है, मजनूं की विरासत का वो हक़दार नहीं है।”

शहबाज़ तालिब ने मोहब्बत पर लिखा अपना शेर पढ़ा:

“तरसेंगे वही लोग मुहब्बत की हवा को, जो लोग मुहब्बत का शजर काट रहे हैं।”

वहीं, मशहूर शायरा शबीना अदीब ने अपनी समाजिक सरोकारों से जुड़ी रचना पढ़ी:

“अपना ग़म इस तरह थोड़ा कम कीजिए, दूसरों के लिए आंख नम कीजिए।
कुछ गरीबों के दिन भी संवर जाएंगे, आप अपनी ज़रूरत को कम कीजिए।”

इसके अलावा डॉ. अंजुम बाराबंकी, अबरार काशिफ (अमरावती), मुमताज़ नसीम (अलीगढ़), डॉ. नदीम शाद और उस्मान मिनाई (बाराबंकी) ने भी अपने जज़्बाती और सामाजिक शेरों से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

samratnewstv
Author: samratnewstv

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