Bareilly News: ईद-उल-अजहा जैसे पवित्र त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने के उद्देश्य से रविवार को मीरगंज कोतवाली परिसर में शांति समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और स्थानीय सम्मानित नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्राधिकारी (सीओ) मीरगंज अंजनी कुमार तिवारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “ईद-उल-अजहा को पारंपरिक उत्साह और भाईचारे की भावना के साथ मनाया जाए।” उन्होंने यह भी साफ किया कि प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पूरी तरह से निषेध है। कुर्बानी केवल चिन्हित, सुरक्षित स्थानों या घर की चारदीवारी के अंदर ही दी जा सकती है। साथ ही, कुर्बानी के बाद उत्पन्न अवशेषों को खुले स्थानों पर न फेंकने की सख्त हिदायत दी गई।
बैठक में मीरगंज के थाना प्रभारी प्रयागराज सिंह ने क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने की प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की विशेष तैनाती, नियमित गश्त और निगरानी की पूरी योजना तैयार कर ली गई है। त्योहार के दौरान कानून-व्यवस्था को लेकर कोई चूक न हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
बैठक में तहसीलदार मीरगंज आशीष कुमार, प्रधान पुत्र शाजिम खान (दियोरिया), नावेद खान, शानू खान समेत अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने प्रशासन को भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया और क्षेत्रवासियों से अपील की कि त्योहार को सौहार्द, नियमों और शांति के साथ मनाएं।
बैठक के अंत में प्रशासन की ओर से यह संदेश दिया गया कि “ईद-उल-अजहा सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि आपसी एकता, भाईचारे और सामाजिक सौहार्द की मिसाल है। इसे संवेदनशीलता और नियमों का पालन करते हुए मनाया जाए।”
थाना प्रभारी प्रयागराज सिंह ने भी स्पष्ट रूप से कहा, “अगर कोई खुराफात करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा।”
– बरेली मीरगंज संवाददाता लादेन मंसूरी।

Author: Shivam Verma
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