Bulandshahr News: बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र में शुक्रवार को एक सड़क हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा उफान पर आ गया। मृतक गंगा प्रसाद (55) की मौत के बाद गांव जिरौली के लोगों ने शव को सड़क पर रखकर अनूपशहर-अलीगढ़ हाईवे जाम कर दिया। इस प्रदर्शन ने जहां लोक व्यवस्था को पूरी तरह से बाधित कर दिया, वहीं पुलिस की सख्ती के बाद अब 150 लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
हादसा और प्रदर्शन का सिलसिला
गुरुवार की रात जिरौली गांव निवासी गंगा प्रसाद की एक सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई थी। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव लाया गया, तो ग्रामीणों ने गुस्से में आकर शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी प्रमुख मांग थी कि मृतक के परिजनों को ₹10 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए।
प्रदर्शनकारियों ने हाईवे पर टेंट लगाकर रास्ता जाम कर दिया और ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी कर आवागमन पूरी तरह रोक दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि जाम में फंसी एम्बुलेंस को भी काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना पर अनूप शहर के CO, क्यूआरटी प्रभारी निरीक्षक रामवीर सिंह, QRT मोबाइल टीम व आसपास के थानों से पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब हालात नहीं संभले तो बल प्रयोग कर जाम खुलवाया गया।
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग की और सबूत इकट्ठा किए। इसके बाद उपनिरीक्षक ज्ञानेश कुमार की तहरीर पर 17 नामजद और करीब 100-150 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
इन पर हुई FIR
नामजद लोगों में मनीष शर्मा, जितेश शर्मा, रवीश शर्मा, राहुल शर्मा, रवि शर्मा, सलुवा, कृण्ण, सोनू, मोहित उर्फ लविन, नितीश, विशाल, मूला, टोनी, अनिकेत, लाला उर्फ मदन, निखिल शर्मा और राजेश का नाम शामिल है। सभी आरोपी जिरौली, पैगम्पुर और याबापुर गांवों के निवासी हैं।
इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 191(2) – लोक सेवक को कर्तव्य से रोकना, 221 – यातायात में बाधा डालना, 121(1) – लोक व्यवस्था भंग करना, 126(2) – सार्वजनिक शांति को भंग करना और 7 सीएल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

Author: Shivam Verma
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