Chandauli News: एक ओर देशभर में केंद्र और राज्य सरकारें “स्वच्छ भारत सुंदर भारत” का सपना दिखा रही हैं, वहीं ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। चंदौली जनपद के धीना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की बुनियादी सुविधा – शौचालय – पूरी तरह से बदहाल अवस्था में है। स्थिति इतनी खराब है कि महिलाएं और पुरुष दोनों ही खुले में या फिर दूसरे रास्ते तलाशने को मजबूर हैं।
धीना रेलवे स्टेशन पर बने महिला और पुरुष शौचालय अब उपयोग लायक नहीं बचे हैं। स्टेशन के उत्तर-पश्चिमी छोर पर बना पुरुष शौचालय दरवाजे से विहीन है, जिससे वहां पर कोई भी निजता नहीं बचती। वहीं महिला शौचालय की स्थिति और भी चिंताजनक है – उसकी सीटें टूटी हुई हैं और साफ-सफाई का कोई नामोनिशान नहीं।
स्थानीय निवासी राजेंद्र प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि यह स्थिति कोई नई नहीं है। उन्होंने बताया, “करीब दो साल से ये शौचालय पूरी तरह से बेकार पड़े हैं। हमने कई बार स्टेशन मास्टर और रेलवे के बड़े अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।”
धीना स्टेशन से रोजाना सैकड़ों यात्री यात्रा करते हैं। खासकर नरवन और महाइच जैसे ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इस स्टेशन से जुड़ते हैं। यह स्टेशन ऐतिहासिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका निर्माण ब्रिटिश शासन काल में वर्ष 1918 में हुआ था। इतने वर्षों के बाद भी बुनियादी सुविधाओं की यह हालत सरकारी तंत्र की अनदेखी को उजागर करती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब “स्वच्छ भारत मिशन” जैसी योजनाओं के तहत करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, तो फिर धीना जैसे छोटे स्टेशनों को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है। यात्री नित्य क्रिया जैसी जरूरतों के लिए परेशान हैं, जिससे खासकर महिलाओं को अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

Author: Shivam Verma
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