CM Yogi on Bareilly Violence : उत्तर प्रदेश के बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद मामला गरमा गया है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर हुए इस प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त बयान जारी किया है।मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि उत्तर प्रदेश में सत्ता किसकी है। उसे लगा कि वह जब चाहे व्यवस्था को ठप कर सकता है। लेकिन हमने साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में अब न तो जाम लगेगा और न ही कर्फ्यू। हमने ऐसा सबक सिखाया है कि आने वाली पीढ़ियां दंगा करने से पहले सौ बार सोचेंगी।”सीएम योगी ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, “तब दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर सम्मानित किया जाता था। पेशेवर अपराधियों और माफियाओं के सामने सत्ता नतमस्तक रहती थी। सत्ताधारी नेता उनके कुत्तों से हाथ मिलाकर खुद को गौरवान्वित महसूस करते थे।”
मौलाना तौकीर रजा को पुलिस ने लिया हिरासत में
बरेली में 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद अल-हजरत दरगाह के पास ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुआ। इस दौरान पथराव, तोड़फोड़ और पुलिस पर फायरिंग की घटनाएं सामने आईं। इसके बाद पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा को उनके आवास से हाउस अरेस्ट कर, फिर हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक इस मामले में अब तक 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें करीब 2,000 अज्ञात और कई नामजद आरोपी शामिल हैं। 39 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो मुकदमों में मौलाना तौकीर रजा का नाम भी शामिल है। उनके कई करीबी साथियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
2010 दंगों की याद ताजा
तौकीर रजा इससे पहले 2010 में भी बरेली दंगों के मामले में जेल जा चुके हैं, जब शहर को 23 दिन तक कर्फ्यू झेलना पड़ा था। इस बार भी बरेली में स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन पुलिस और प्रशासन की तत्परता के चलते हालात पर नियंत्रण पाया गया।फिलहाल पुलिस तौकीर रजा और उनके सहयोगियों के मोबाइल फोन की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि हिंसा की साजिश कहां से रची गई और किन-किन लोगों की इसमें संलिप्तता रही।
