Etah News: भगवान परशुराम की शोभायात्रा के दौरान जेबकट को रंगे हाथों पकड़कर पुलिस को सौंपने के बावजूद, रिपोर्ट दर्ज करने में कोतवाली नगर पुलिस को पूरे 10 दिन लग गए। यह मामला तब चर्चा में आया जब स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट दर्ज न करने और आरोपी को कानूनी प्रक्रिया के बिना छोड़ देने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की।
घटना 25 मई की है, जब नगर क्षेत्र में भगवान परशुराम जी की भव्य शोभायात्रा निकाली जा रही थी। शोभायात्रा में भारी भीड़ थी, और इसी भीड़ का फायदा उठाकर दो जेबकतरों ने एक युवक की जेब से ₹20,000 निकाल लिए।
पीड़ित युवक लक्ष्मी नारायण पांडेय, जो यात्रा में शामिल थे, ने सतर्कता दिखाते हुए एक जेबकतरे को रुपये सहित रंगे हाथ पकड़ लिया और तुरंत कोतवाली नगर पुलिस को सौंप दिया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि पुलिस ने मौके पर आरोपी को बिना कोई रिपोर्ट दर्ज किए और बिना पीड़ित का बयान लिए, उसे छोड़ दिया।
यह मामला तब सुर्खियों में आया जब मीडिया ने पुलिस की इस कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। मीडिया की रिपोर्ट के बाद हरकत में आई पुलिस ने 3 जून को पीड़ित को थाने बुलाकर उसकी तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की। हालांकि, यह न्यूज़ लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो सका था कि तहरीर की प्रति उपलब्ध कराई गई है या नहीं।
कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया, “हमें जैसे ही तहरीर मिली, रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।” लक्ष्मी नारायण पांडेय के अनुसार, उनकी जेब से निकाले गए ₹20,000 में से ₹8,500 की रकम मौके पर आरोपी से बरामद हो गई थी।
हालांकि इस मामले में पुलिस के ढीले रवैये से लोगों के मन में कई आशंकाए पनप रही हैं। लेकिन अब भी उनकी नज़र पुलिस की कार्रवाई पर बनी है।

Author: Shivam Verma
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