स्थान : सिद्धार्थनगर (उत्तर प्रदेश)
जिला रिपोर्टर : महेन्द्र श्रीवास्तव
Health Department on Alert in Siddharthnagar : मध्यप्रदेश और राजस्थान में कथित रूप से कोल्ड्रिफ नामक कफ सीरप के सेवन से बच्चों की मौत की खबरों के बाद सिद्धार्थनगर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार प्रतिबंधित कफ सीरप व साल्ट‑मिश्रित दवाओं को बाजार से हटाने और दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को किसी भी प्रकार के कफ सिरप न देने की हिदायतें जिलाभर में लागू कर दी गई हैं।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज सिद्धार्थनगर, ए. के. झा ने बताया कि जिले में सरकारी आपूर्ति वाली दवाएं ही प्रयोग में लाई जाती हैं और बच्चों को केवल “सिंगल साल्ट” आधारित सुरक्षित दवाएं दी जाती हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बाल रोग विभाग विशेष सावधानी बरत रहा है और किसी भी संदिग्ध दवाई के उपयोग पर तुरंत रोक लगा दी जाएगी।
बाल रोग विशेषज्ञ सन्तलाल पटेल ने कहा, “बच्चों के इलाज में किसी भी प्रकार की हानिकारक दवाओं का उपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चिकित्सकीय प्रोटोकॉल के अनुसार ही दवाइयां दी जा रही हैं।”
औषधि निरीक्षक नवीन कुमार सिंह ने बताया कि शासन व उच्च न्यायालय के निर्देशों के आधार पर समस्त दवा विक्रेताओं को प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री व भंडारण पर रोक के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी के पास प्रतिबंधित कफ सीरप या साल्ट‑मिश्रित दवा मौजूद पाए जाने पर उसे नष्ट करने या कंपनी को वापस भेजने का निर्देश दिया गया है।
दवा विक्रेता समिति के महासचिव मुजीबुल्लाह ने बताया कि वर्तमान में हमारे जिले में कोल्ड्रिफ का बाजार नहीं है, फिर भी शासनादेश के अनुसार सभी दवा विक्रेताओं को सचेत कर दिया गया है और आवश्यक प्रक्रियाएँ अपनाने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदेहास्पद दवा के उपयोग से बचें और बच्चों को बिना चिकित्सा परामर्श के कोई सिरप न दें। यदि किसी को संदिग्ध दवा मिलती है या किसी प्रकार की असामान्य लक्षण दिखते हैं तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या औषधि निरीक्षक कार्यालय को सूचित करें।
