Lakhimpur Kheri News: शासन की मंशा के अनुरूप बच्चों के शैक्षिक विकास को बढ़ावा देने के लिए गर्मियों की छुट्टियों में चलाए जा रहे समर कैंप इन दिनों ईसानगर ब्लॉक के स्कूलों में बदइंतज़ामी की भेंट चढ़ते नजर आ रहे हैं। समर कैंप के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को तब गहरा झटका लगता है, जब बच्चों को शिक्षा, खेल और व्यायाम के दौरान गंदगी और धूलभरी ज़मीन का सामना करना पड़ता है।
सफाईकर्मी गायब, स्कूलों में गंदगी का अंबार
ईसानगर क्षेत्र के 66 उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालयों में समर कैंप का संचालन 21 मई से किया जा रहा है। लेकिन दुर्भाग्यवश इन स्कूलों में तैनात सफाईकर्मी नदारद हैं। कई स्कूलों में धूल, कूड़ा और गंदगी की भरमार ने न केवल बच्चों की सेहत पर असर डाला है बल्कि शिक्षकों के लिए भी कैंप संचालित करना मुश्किल कर दिया है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय रूदपुर, लोधपूर्वा, कंपोजिट विद्यालय खंडवा मीतमऊ, चहलुआ और मटरिया जैसे विद्यालयों में साफ-सफाई की हालत बेहद खराब है। इन स्कूलों में ज़मीन पर फैली धूल और कूड़े की वजह से बच्चों को मैदान में दौड़ने, खेल-कूद और योगाभ्यास जैसे दैनिक क्रियाकलापों में कठिनाई हो रही है।
शिक्षा मित्र और शिक्षक भी हो रहे परेशान
समर कैंप का संचालन कर रहे शिक्षा मित्रों और शिक्षकों ने भी स्थिति को लेकर नाराज़गी जताई है। शिक्षा मित्र पंकज पाण्डेय, पप्पू, रमेश कुमार, रामचंद्र मौर्य और शिक्षक रवि कुमार ने बताया कि स्कूलों में सफाई नहीं होने से न केवल बच्चों की उपस्थिति प्रभावित हो रही है, बल्कि कैंप का उद्देश्य भी अधूरा रह जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कई बार ग्राम प्रधान से सफाई की मांग की गई, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल सका है। स्कूलों में मैदानों पर कूड़ा-कचरा बिखरा पड़ा है और कक्षाओं में धूल की मोटी परत जमी हुई है।
जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी
जब इस मुद्दे पर एडीओ संदीप कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा, “आप उन स्कूलों के नाम भेज दीजिए जहाँ सफाईकर्मी नहीं पहुँच रहे हैं। कल से वहाँ सफाई शुरू करवा दूँगा।” हालांकि, अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिली है।
सूत्रों के अनुसार, कई सफाईकर्मी गाँवों में ड्यूटी पर होने के बजाय जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के निजी कार्यों में लगे हुए हैं। वहीं कुछ सफाईकर्मी ब्लॉक मुख्यालय में बैठकर कार्यालयी कामकाज में व्यस्त हैं। ऐसे में विद्यालयों में सफाई की स्थिति पर ध्यान देना संभव नहीं हो पा रहा है।
सफाईकर्मियों की ‘सांठगांठ’ बनी परेशानी का सबब
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सफाईकर्मियों की अधिकारियों से सांठगांठ के चलते वे बिना किसी डर के अपने मनमुताबिक कार्य कर रहे हैं। इसकी कीमत आमजन और अब विद्यालयों के शिक्षक और बच्चे चुका रहे हैं। फिलहाल स्थिति यह है कि शासन के निर्देशों के बावजूद ज़मीनी स्तर पर समर कैंप की व्यवस्थाओं में भारी खामियां नजर आ रही हैं।

Author: Shivam Verma
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