Lakhimpur kheri News: थाना मितौली क्षेत्र के अंतर्गत कस्ता चौकी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ग्रामीण ने चौकी इंचार्ज पर बर्बरता से पीटने का आरोप लगाया है। पीड़ित का दावा है कि जब उसने अपनी बेटी के साथ हुई अभद्रता की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई, तो इसके बाद चौकी इंचार्ज ने उससे नाराज़ होकर उसे बेरहमी से पीटा। पीड़ित ने इस घटना की शिकायत सीधे मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की है और न्याय की मांग की है।
पीड़ित बिल्लू उर्फ देवेश बाजपेई, पुत्र राजकिशोर बाजपेई, ग्राम रामखेड़ा मजरा डहर, थाना मितौली के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि 16 मई को वह किसी काम से लखीमपुर जा रहे थे, तभी कस्ता पुलिस पिकेट पर मौजूद चौकी इंचार्ज प्रशांत श्रीवास्तव ने उन्हें बस से नीचे उतार लिया और सीधे चौकी के अंदर ले गए। वहां, बिल्लू के अनुसार, उन्हें लाठियों, डंडों, लात और घूसों से बुरी तरह पीटा गया। इस मारपीट में उनका सिर फट गया और शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं।
बिल्लू का यह भी आरोप है कि चौकी पर उन्हें विपक्षी पक्ष के अनुसार बयान देने के लिए मजबूर किया गया। उनका कहना है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ उन्होंने अपनी बेटी के साथ अभद्रता की शिकायत की थी, उसका चौकी पर उठना-बैठना है। इसी कारण चौकी इंचार्ज ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया और पीड़ित को ही प्रताड़ित किया।
बिल्लू का यह भी कहना है कि मारपीट के बाद पुलिस ने उनके सभी दस्तावेज़ और कपड़े जब्त कर उन्हें जला दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें धमकाया गया कि अगर उन्होंने दोबारा कहीं भी शिकायत की तो उन्हें फिर से पीटा जाएगा और किसी झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया जाएगा। इस मामले को लेकर बिल्लू ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस पक्ष का जवाब
इस पूरे मामले में मितौली थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाजी दुबे ने कहा कि बिल्लू द्वारा जिन लोगों के खिलाफ शिकायत की गई थी, उसी पक्ष से उसका चौकी पर झगड़ा हुआ था। उन्हीं से उसकी मारपीट हुई, और वही निशान उसके शरीर पर हैं। पुलिस के अनुसार चौकी में उसके साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं हुई है।

Author: Shivam Verma
Description