Lucknow News: राजधानी लखनऊ के बीकेटी थाना क्षेत्र के भौली गांव में बुधवार रात उस समय हड़कंप मच गया, जब कुछ युवकों द्वारा शराब के नशे में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पत्थर फेंकने का मामला सामने आया। इस घटना ने गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। स्थानीय ग्रामीणों ने घटना को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जो देर रात तक चलता रहा। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भारी पुलिस बल तैनात
घटना की सूचना मिलते ही न केवल बीकेटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, बल्कि आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। गांव में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष इकट्ठा हो गए थे, जिससे स्थिति और भी संवेदनशील हो गई थी। हालात को देखते हुए पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लेने की कोशिश की।
स्थानीय लोगों का आरोप
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों का कहना था कि गांव के ही निवासी विकास रावत और उसके कुछ साथी शराब के नशे में थे। आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा पर पत्थर फेंके। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी युवकों ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
ग्रामीणों ने कहा कि यह केवल एक मूर्ति पर पथराव का मामला नहीं है, बल्कि एक समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रयास है। जब तक आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक विरोध जारी रखने की चेतावनी भी दी गई।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
बीकेटी थाना प्रभारी के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की गई। ग्रामीणों से मिली लिखित शिकायत के आधार पर आरोपी विकास रावत और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 298 (धार्मिक भावनाएं आहत करना) और 295 (धार्मिक प्रतीक को नुकसान पहुंचाना) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद गांव में माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थानीय प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

Author: Shivam Verma
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