Lucknow News: राजधानी लखनऊ में साइबर ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ताजा मामला सरोजनीनगर थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक से फोन कॉल के जरिए धोखाधड़ी कर करीब 1 लाख रुपये की रकम निकाल ली गई। ठग ने खुद को जिलाधिकारी कार्यालय का अधिकारी बताकर न केवल डराया-धमकाया, बल्कि युवक से उसकी व्यक्तिगत और बैंक से जुड़ी जानकारियां हासिल कर खाते से रकम उड़ा ली।
पीड़ित युवक जयहिंद, जो कानपुर रोड स्थित मानसरोवर एक्सटेंशन का निवासी है, ने बताया कि यह घटना 14 मई को हुई। उस दिन उसे एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉलर ने खुद को लखनऊ के डीएम ऑफिस से बताकर बातचीत शुरू की और कहा कि जयहिंद ने अवैध रूप से एक जमीन पर कब्जा किया है। इस आरोप को सुनकर पीड़ित घबरा गया और जब उसने सफाई देने की कोशिश की, तो कॉलर ने कानूनी कार्रवाई की धमकी देनी शुरू कर दी।
कॉलर ने आगे पीड़ित से उसका आधार नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी और बैंक खाता संबंधित विवरण मांगे। डर और भ्रम में फंसे जयहिंद ने ये जानकारियां साझा कर दीं। कुछ ही देर बाद कॉल कट गया और तभी पीड़ित के मोबाइल पर बैंक से लगभग ₹99,998 की निकासी का मैसेज आया। इस घटना के तुरंत बाद जयहिंद को ठगी का एहसास हुआ।
घबराए और परेशान युवक ने तत्काल सरोजनीनगर थाने में जाकर लिखित शिकायत दर्ज कराई। तहरीर में उसने लिखा, “मैं बहुत गरीब हूँ… कृपया मेरी मदद कीजिए और मेरे पैसे वापस दिलवाइए।” पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 66D (आईटी एक्ट के तहत धोखाधड़ी) में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामला गंभीर है और साइबर क्राइम सेल के सहयोग से जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। साथ ही, आम जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी अनजान कॉल या संदेश पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि साइबर ठग किस हद तक लोगों को भ्रमित कर सकते हैं। अधिकारी बनने का नाटक कर, डर और कानून का हवाला देकर वे आम लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं। लखनऊ जैसे बड़े शहरों में अब ये घटनाएं आम होती जा रही हैं, जिससे सतर्कता की और अधिक आवश्यकता है।

Author: Shivam Verma
Description