Lucknow News: राजधानी लखनऊ में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) की खुफिया सूचना के आधार पर सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। यह रैकेट एक उज्बेक महिला लोयाला द्वारा संचालित किया जा रहा था, जो फिलहाल फरार है। पुलिस ने इस मामले में दो उज्बेक महिलाओं को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है।
इस पूरी कार्रवाई की शुरुआत एफआरआरओ लखनऊ द्वारा साझा की गई गोपनीय जानकारी से हुई, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए इस रैकेट की परतें खोलनी शुरू कीं। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि रैकेट का संचालन काफी योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा था, जिसमें विदेशी महिलाओं को भारत में अवैध रूप से बसाने के लिए फर्जी भारतीय पहचान पत्र बनाए जा रहे थे।
थ्रिजिन राज: एक महत्वपूर्ण कड़ी
इस नेटवर्क में एक और नाम उभरा है—थ्रिजिन राज, जो केरल का रहने वाला है और खुद को पत्रकार बताता है। जांच में पता चला है कि थ्रिजिन राज, उज्बेक सरगना लोयाला का लिव-इन पार्टनर है। पुलिस का कहना है कि थ्रिजिन का मुख्य काम रैकेट में शामिल विदेशी महिलाओं के लिए नकली आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे पहचान पत्र तैयार कराना था। इन दस्तावेज़ों के ज़रिये वे महिलाएं भारत में लंबे समय तक रहकर अपनी अवैध गतिविधियों को आसानी से अंजाम दे रही थीं।
एफआरआरओ की सक्रिय भूमिका
इस मामले में एफआरआरओ लखनऊ की भूमिका बेहद अहम रही। विदेशी नागरिकों की निगरानी और उनके दस्तावेजों की जांच का काम एफआरआरओ ही करता है। समय रहते मिली खुफिया जानकारी ने न केवल एक संगठित अपराध का पर्दाफाश किया, बल्कि इसके पीछे काम कर रहे पूरे नेटवर्क की ओर भी इशारा किया।
फरार सरगना लोयाला की तलाश जारी
लोयाला की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है, जिससे इंटरपोल के सदस्य देशों को उसकी तलाश में लगाया जा सके। भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उसकी खोज की जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लोयाला लंबे समय से इस धंधे से जुड़ी रही है और उसके संपर्क कई शहरों और अन्य देशों तक फैले हुए हैं।
गहन पूछताछ और आगे की जांच
फिलहाल हिरासत में ली गई दोनों उज्बेक महिलाओं और थ्रिजिन राज से पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस पूछताछ के ज़रिये रैकेट से जुड़े अन्य लोगों, शहरों और देशों की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है। इस बात की भी जांच हो रही है कि किन स्थानीय व्यक्तियों या एजेंसियों ने इस रैकेट को भारत में फलने-फूलने में मदद की। इस खुलासे के बाद लखनऊ पुलिस और अन्य एजेंसियां पूरी सतर्कता के साथ जांच में जुटी हैं। एक ओर जहां उज्बेक सरगना की तलाश तेज़ कर दी गई है, वहीं दूसरी ओर देश में मौजूद अन्य संभावित रैकेट्स पर भी नज़र रखी जा रही है।

Author: Shivam Verma
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