Lucknow News: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं द्वारा समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का पुतला फूंके जाने के मामले ने अब राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है। इस घटनाक्रम के जवाब में सपा की ओर से सधी हुई, मगर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी के नेता मोहम्मद इखलाक ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय के बाहर शायराना अंदाज़ में पोस्टर लगाकर भाजपा पर पलटवार किया।
पोस्टर से दिया गया करारा जवाब
सपा नेता इखलाक द्वारा लगाए गए इस पोस्टर में कई तीखे संदेश छिपे हैं। शायरी के अंदाज़ में भाजपा के विरोध की आलोचना करते हुए पोस्टर में लिखा गया है —
“पुतला जलाकर सोचा रोक दोगे रफ्तार,
अखिलेश तो आंधी है, ले जाएगा सरकार।
जले पुतले, जले अरमान,
फिर भी छा गया अखिलेश का नाम।
जिसे जनता चाहे, उसका पुतला क्या जलेगा,
अखिलेश है नाम, दिल में पलेगा।
साइकिल की रफ्तार के पीछे है अवाम का प्यार,
’27 के समर में बन रही है अखिलेश भैया की सरकार।”
इस पोस्टर के ज़रिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने यह जताने की कोशिश की कि भाजपा के विरोध के बावजूद अखिलेश यादव की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। इखलाक का यह कदम न केवल जवाबी प्रदर्शन था, बल्कि आगामी चुनावों के लिए सपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की भी एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
इखलाक का बयान: “पुतले जलाने से नहीं डरती सपा”
सपा नेता मोहम्मद इखलाक ने मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि समाजवादी पार्टी को इस तरह के विरोध से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, “अगर अखिलेश जी इशारा कर दें, तो महज एक घंटे में 6,000 पुतले सड़कों पर जलाए जा सकते हैं। भाजपा मुद्दों से भटकाकर जनता का ध्यान हटाना चाहती है।”
इखलाक ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव पर झूठे आरोप लगाकर उनका पुतला जलाया और जनता को असल मुद्दों से भटकाने का प्रयास किया।
सोशल मीडिया से सड़क तक पहुँचा विवाद
इस पूरे विवाद की शुरुआत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) से हुई थी, जहां समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लेकर एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी से भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हुए और लखनऊ के व्यस्ततम हजरतगंज चौराहे पर अखिलेश यादव का पुतला जलाकर विरोध जताया। यही प्रदर्शन अब सपा की ओर से आए जवाबी पोस्टर के चलते और अधिक तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है।

Author: Shivam Verma
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