MaharashtraNews: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी (एसपी) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल का इस्तीफा अब लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि, पार्टी की ओर से अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन शशिकांत शिंदे को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद यह साफ हो गया है कि जयंत पाटिल का अध्यक्ष पद से इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
शिंदे के नाम का ऐलान खुद शरद पवार ने किया और बताया कि अनिल देशमुख ने उनका नाम सुझाया और अमोल कोल्हे ने समर्थन दिया। इसके साथ ही तय हो गया कि अब एनसीपी (एसपी) आगामी बीएमसी व स्थानीय निकाय चुनाव शशिकांत शिंदे के नेतृत्व में लड़ेगी।जयंत पाटिल, जो कि 2018 से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे, ने पिछले साल पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर अपने पद से हटने की इच्छा जताई थी। इसके पीछे उन्होंने संगठन में नए चेहरों को मौका देने की मंशा जताई थी। हालांकि, उस समय कार्यकर्ताओं की भावनात्मक प्रतिक्रिया ने उन्हें पद पर बने रहने को मजबूर कर दिया था।
अब जबकि उनके इस्तीफे की पुष्टि अप्रत्यक्ष रूप से हो चुकी है, अटकलें यह भी हैं कि पाटिल भाजपा या अजित पवार के खेमे में जा सकते हैं। खुद उन्होंने इन चर्चाओं से इनकार किया है, लेकिन बीजेपी नेता गिरीश महाजन ने दावा किया है कि पाटिल उनके संपर्क में हैं और पार्टी में खुश नहीं हैं। साथ ही अजित पवार गुट के विधायक संग्राम जगताप ने जयंत पाटिल को पार्टी में आने का खुला निमंत्रण दिया है।
उन्होंने कहा कि यदि जयंत पाटिल अजित पवार का नेतृत्व स्वीकार करते हैं, तो उनका स्वागत किया जाएगा। हालांकि, जयंत पाटिल ने मीडिया से कहा है कि न उन्होंने भाजपा नेताओं से मुलाकात की है और न ही कोई प्रस्ताव आया है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जयंत पाटिल अगला राजनीतिक कदम क्या उठाते हैं – भाजपा, अजित पवार या शिवसेना? महाराष्ट्र में आगामी चुनावों से पहले यह फैसला शरद पवार और उनकी पार्टी की ताकत को सीधा प्रभावित कर सकता है।
