Pilibhit News: जिले में विदेश भेजने के नाम पर भोले-भाले युवाओं से ठगी के कई मामले सामने आए हैं। पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाकर ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए छात्रों को विदेश भेजने की कोशिश करता था। पुलिस ने इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट और दस्तावेज बरामद किए हैं।
ठगी का मामला सामने आया
माधोटांडा थाना क्षेत्र में एक युवक से 13 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज किया गया है। ग्राम वीरखेड़ा निवासी गुरप्रीत सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उनके छोटे भाई पवनदीप सिंह को यूके भेजने के नाम पर चार लोगों ने मिलकर ठग लिया।
आरोपी मलकीत सिंह, रविंद्र सिंह, परमवीर सिंह और नरेंद्र पांडेय ने विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 20 लाख रुपये की मांग की। पहले पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों के नाम पर 5 लाख रुपये लिए गए, फिर कक्षा-9 पास पवनदीप के लिए फर्जी ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट और अन्य कूटरचित दस्तावेज तैयार कर दिए।
जब परिवार को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उन्होंने विदेश भेजने से इनकार कर दिया और अपने पैसे वापस मांगे। 14 फरवरी को आरोपी पीड़ित के घर पहुंचे और तमंचा दिखाकर धमकी देते हुए 8 लाख रुपये लेकर फरार हो गए। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया है।
फर्जी दस्तावेज तैयार करने का खेल
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि जिले में कुछ आईलेट्स संचालक अपने साथियों की मदद से अनपढ़ या कम पढ़े-लिखे लोगों को विदेश भेजने का झांसा देते थे। वे पहले लाखों रुपये लेते और फिर विभिन्न यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट तैयार कर देते थे।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे पिछले पांच वर्षों से इस अवैध धंधे में लिप्त थे। गिरोह छात्रों को फर्जी अंग्रेजी माध्यम की मार्कशीट और अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराता था ताकि उनका वीजा अप्रूवल आसान हो सके। इसके अलावा, ऑनलाइन इंटरव्यू में पास कराने के लिए भी वे किसी अन्य व्यक्ति को बैठाने की व्यवस्था करते थे।
गिरफ्तार आरोपी और बरामदगी
पूरनपुर पुलिस ने मलकीत सिंह, कुलवंत सिंह, हरसिमरन सिंह, नागेंद्र पांडे और सिमरनजीत सिंह को गिरफ्तार किया है, जबकि माधोटांडा पुलिस ने रविंद्र सिंह और मलकीत सिंह को पकड़ा है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन लैपटॉप, सात मोबाइल और 60 से अधिक फर्जी मार्कशीट बरामद की हैं। अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया ने इस मामले का खुलासा पुलिस लाइन में किया और बताया कि आगे की जांच जारी है। साथ ही, जिन लोगों के साथ ठगी हुई है, उनसे पुलिस से संपर्क करने की अपील की गई है।

Author: Shivam Verma
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