Saharanpur, UP: बेहट इलाके के एक गाँव से बारात कोतवाली मिर्जापुर के गांव आई। फ़ेरों से ठीक पहले दूल्हे पक्ष ने कार की मांग रख दी। जिसके बाद बारात को बेरंग ही लौटना पड़ा।
कोतवाली बेहट के इलाके के गांव से कोतवाली मिर्जापुर के गांव में बरात आई थी। दुल्हन पक्ष के लोगो ने सारे आदर सत्कार के साथ बारात का स्वागत किया। दुल्हन पक्ष ने स्वागत में तो कोई कमी नहीं रखी लेकिन उन्होने दूल्हे के परिवार को पहचानने में जरूर गलती कर दी। अपनी बेटी को वो एक ऐसे लालची परिवार को सौंप रहे थे जहां शायद उनकी लड़की जीवन भर परेशान रहती और सिर्फ दुख ही झेलती।
दरअसल सब कुछ सही चल रहा था, बारात आई पर जैसे ही शादी के लिए फेरे शुरू होने वाले थे वैसे ही तुरंत दूल्हे पक्ष के लोगो ने कार की मांग कर दी। दूल्हे पक्ष के लोगो ने पहले एक बाइक की मांग की थी लेकिन फ़ेरों के वक़्त वो बाइक की जगह कार की मांग करने लग गए।
दुल्हन पक्ष की ओर से उपस्थित जिम्मेदार लोगो ने दूल्हे पक्ष को बहुत समझाया लेकिन वो तो जैसे सोच के बैठे थे कि किसी की नहीं सुननी है। उन्होने सबकी बातों को सिरे से नकार दिया और कार लेने कि अपनी मांग पर आड़े रहें। बात इतनी ज्यादा बढ़ गयी कि मौके पर पुलिस को बुलाया गया, लेकिन पुलिस के आने के बाद भी मामला नही सुलझा।
इसके बाद दुल्हन ने ही शादी करने से इनकार कर दिया। बता दे कि कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र गौतम का कहना है कि उस गांव में बारात के दौरान आपस में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गयी। इसके बाद मौके पर वहाँ पुलिस भेजी गई थी। दहेज में कार मांगे जाने की बात उनके संज्ञान में नहीं है। दूल्हे पक्ष द्वारा माफी मांगे जाने के बाद मामला निपट गया।
