नई दिल्ली, 2 सितंबर 2025,
Semicon India 2025 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह नई दिल्ली स्थित यशोभूमि में Semicon India 2025 कार्यक्रम का उद्घाटन किया। यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स शो है, जिसमें 33 देशों की 350 से अधिक कंपनियाँ भाग ले रही हैं। इसका उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर और उन्नत तकनीकों के क्षेत्र में एक वैश्विक महाशक्ति बनाना है।
भारत में बनी सबसे छोटी चिप – भविष्य की क्रांति की चाबी
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
“वह दिन दूर नहीं जब भारत में बनी सबसे छोटी चिप भी दुनिया में बड़ा बदलाव लाएगी।”
प्रधानमंत्री ने यह भी जोड़ा कि भले ही भारत ने इस क्षेत्र में शुरुआत थोड़ी देर से की हो, लेकिन अब भारत की रफ्तार को कोई नहीं रोक सकता। भारत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और जल्द ही वैश्विक सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने जा रहा है।
वैश्विक मंच पर भारत की पहचान
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इस सम्मेलन में 40 से 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और सेमीकंडक्टर उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने गर्व से कहा:
“आज पूरी दुनिया को भारत पर भरोसा है। भारत को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक मजबूत साझेदार के रूप में देखा जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि भारत की इनोवेशन क्षमता, युवा शक्ति और टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता इस मंच पर साफ झलक रही है।
भारत की अर्थव्यवस्था और तकनीकी ताकत
प्रधानमंत्री ने हाल ही में जारी पहली तिमाही की GDP का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत ने सभी उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है। यह दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मज़बूत हो रही है और वह दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है।
21वीं सदी की असली ताकत – एक छोटी सी चिप
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
“बीती सदी में दुनिया की दिशा और दशा तेल के स्रोत तय करते थे। लेकिन 21वीं सदी की असली ताकत अब एक छोटी सी चिप में छिपी है।”
उन्होंने सेमीकंडक्टर को दुनिया की तरक्की की नई रफ्तार बताया। आज यह बाजार 600 अरब डॉलर से अधिक का है और अनुमान है कि आने वाले वर्षों में यह 1 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगा।
सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर विशेष फोकस
यह तीन दिवसीय सम्मेलन (2-4 सितंबर 2025) के दौरान:
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भारत में बन रहे सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर चर्चा होगी।
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भारत द्वारा विकसित पहली स्वदेशी चिप और 32-बिट प्रोसेसर “Vikram” को भी प्रदर्शित किया गया है।
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भविष्य की योजनाओं, निवेश अवसरों और नीति सहयोग पर सत्र होंगे।
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सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग, चिप डिजाइन, और R&D को लेकर विशेषज्ञों के बीच विचार-विमर्श होगा।
