Chandauli, Uttar Pradesh: चंदौली जिले में गुरुवार को विकास भवन के पास मजदूरों ने धरना-प्रदर्शन किया। मजदूरों ने चहनिया के ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल पर सवा चार लाख रुपये की मजदूरी नहीं चुकाने का आरोप लगाया। मजदूरों का कहना है कि वे पिछले एक साल से अपनी मेहनत की कमाई के लिए भटक रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें भुगतान नहीं मिला है।
मामले की पूरी कहानी
बिछिया कला गांव के मजदूर योगेंद्र कुशवाहा ने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित अरुण जायसवाल के मकान में ठेकेदारी के माध्यम से निर्माण कार्य कराया गया था। मजदूरों ने पूरी मेहनत और लगन से अपना काम किया, लेकिन जब मजदूरी के भुगतान की बारी आई, तो उन्हें केवल आश्वासन ही मिला। मजदूरों के अनुसार, ब्लॉक प्रमुख ने बार-बार टालमटोल की और आखिरकार पैसे देने से मना कर दिया।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
मजदूरों ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक (एसपी) और जिलाधिकारी (डीएम) से भी शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। मजदूरों ने आरोप लगाया कि ब्लॉक प्रमुख ने फर्जी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करके दावा किया है कि बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया है, जबकि हकीकत यह है कि मजदूरों को अब तक एक भी पैसा नहीं मिला है।
धरना-प्रदर्शन के लिए मजबूर हुए मजदूर
न्याय की गुहार लगाते-लगाते जब मजदूरों को कोई रास्ता नहीं दिखा, तो उन्होंने धरना-प्रदर्शन का रास्ता अपनाने का निर्णय लिया। गुरुवार को बड़ी संख्या में मजदूर विकास भवन के पास इकट्ठा हुए और जोरदार नारेबाजी की। उनका कहना है कि जब तक उन्हें उनका मेहनताना नहीं मिलेगा, वे संघर्ष जारी रखेंगे। मजदूरों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द उनकी मजदूरी का भुगतान कराया जाए, अन्यथा वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे उच्च अधिकारियों और न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे।
रिपोर्ट दिनेश यादव
जनपद चंदौली

Author: Shivam Verma
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