Unnao News: शुक्रवार की सुबह उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार कार एक निजी बस से जा टकराई, जिससे कार चला रहे अमेठी कोतवाली में तैनात दरोगा मंजीत सिंह (38) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में उनकी टीम के पांच अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें एक महिला कांस्टेबल भी शामिल है।
राजस्थान से नाबालिग को लेकर लौट रही थी पुलिस टीम
यह घटना उस समय हुई जब दरोगा मंजीत सिंह अपनी टीम के साथ एक नाबालिग लड़की को बरामद कर राजस्थान से वापस लौट रहे थे। टीम सुबह करीब 5 बजे बांगरमऊ टोल प्लाजा के पास पहुंची ही थी कि अचानक कार अनियंत्रित होकर एक निजी बस से पीछे से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए और मौके पर ही दरोगा की जान चली गई।
घायलों की पहचान
हादसे में दरोगा मंजीत सिंह की मौत के अलावा पुलिस टीम के अन्य सदस्य भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में हेड कांस्टेबल प्रदीप तिवारी, पवन (35), संतोष, महिला कांस्टेबल शिखा गुप्ता (19) और शीतला (23) शामिल हैं। यूपीडा की रेस्क्यू टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को प्राथमिक इलाज के लिए बांगरमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया गया।
बांगरमऊ पुलिस ने शव को भेजा पोस्टमार्टम के लिए
घटना की सूचना मिलते ही बांगरमऊ पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार, टीम गुरुवार को लापता नाबालिग लड़की की तलाश में राजस्थान गई थी और सफलता मिलने के बाद वह सभी कार से वापस अमेठी लौट रहे थे।
कार संभवतः तेज रफ्तार में थी और एक्सप्रेसवे पर नियंत्रण खो बैठी, जिससे यह बड़ा हादसा हो गया।
पुलिस महकमे में शोक की लहर
दरोगा मंजीत सिंह की असमय मौत से अमेठी पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है। वे अपने विभाग में अनुशासित और ईमानदार अफसर के रूप में जाने जाते थे। उनके साथियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने हादसे पर दुख जताया है।

Author: Shivam Verma
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