नई दिल्ली : संसद का मॉनसून सत्र 2025 बुधवार (21 अगस्त) को हंगामे के बीच खत्म हो गया। विपक्ष ने 130वें संविधान संशोधन बिल और बिहार में वोटर रिविजन के मुद्दे पर जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्ष की मांग पर चर्चा सुचारु ढंग से न हो पाने के चलते कार्यवाही बार-बार बाधित होती रही। आखिरकार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद रहे।
राज्यसभा से पास हुआ ऑनलाइन गेमिंग बिल
सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऑनलाइन गेमिंग बिल पेश किया। विपक्षी सांसदों के विरोध और नारेबाजी के बीच उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित करा दिया। उन्होंने कहा— जो पक्ष में हैं वे ‘हाँ’ कहें और जो खिलाफ हैं वे ‘नहीं’। इसके बाद विधेयक को मंजूरी दे दी गई।
लोकसभा में केवल 37 घंटे चली चर्चा
लोकसभा स्पीकर ने जानकारी दी कि पूरे मॉनसून सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही केवल 37 घंटे ही चल पाई। इस दौरान 12 विधेयक पारित हुए और 55 सवालों के मौखिक जवाब दिए गए। हालांकि विपक्ष के लगातार हंगामे के चलते कई अहम मुद्दों पर चर्चा अधूरी रह गई।
विपक्ष पर स्पीकर का निशाना
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों के रवैये पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा—
“सदन में विपक्ष का आचरण लोकतंत्र की मूल भावना और संसद की गरिमा के खिलाफ रहा है। देश की जनता देख रही है कि किस तरह महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा को बाधित किया जा रहा है।”
