Aligarh News: रविवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर हमला हो गया। यह घटना गभाना टोल से महज 500 मीटर पहले सोमना मोड़ के पास हुई, जब रामजीलाल सुमन अपने समर्थकों के साथ आगरा से बुलंदशहर के सुनेहरा गांव जा रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार, सांसद के काफिले में जैसे ही करणी सेना और अन्य संगठनों की भीड़ दिखी, अचानक अफरा-तफरी मच गई। नारेबाजी और हंगामा देख काफिले के ड्राइवर घबरा गए और पांच गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस टक्कर में एडवोकेट ब्रज मोहन राही, वीरपाल सिंह, सत्यपाल सिंह समेत 12 कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया। पांच वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
सड़क पर टायर फेंककर किया रास्ता जाम
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने पास की एक दुकान से पुराने टायर उठाकर काफिले के आगे सड़क पर फेंक दिए। कुछ टायर सांसद की गाड़ी और सुरक्षा वाहनों से टकरा भी गए। हालांकि, गनीमत रही कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इस दौरान हाईवे पर अफरातफरी का माहौल रहा।
🚨 अलीगढ़ में सपा सांसद के काफिले पर हमला!
करणी सेना के जिला संयोजक कृष्णा ठाकुर समेत 5 लोग गिरफ्तार 🚓
7 साल से कम सजा वाली धाराएं होने के चलते SDM कोर्ट ने निजी मुचलके पर छोड़ा 📝#AligarhNews #SPMPAttack #KarniSena #UPNews #BreakingNews #नेहा_राठौर_देशद्रोही_है pic.twitter.com/6grUvDLBb9— Shivam SSV (@Shivam_SSV) April 28, 2025
पुलिस ने सांसद को रोका
घटना के बाद जैसे ही काफिला गभाना टोल पहुंचा, वहां पहले से मौजूद पुलिस ने सांसद रामजीलाल सुमन को रोक लिया। करीब एक घंटे तक सांसद और पुलिस अधिकारियों के बीच बातचीत चली। अधिकारियों ने सांसद को समझाया कि उनके सुनेहरा गांव जाने से कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है। काफी समझाइश के बाद रामजीलाल सुमन वापस आगरा लौटने के लिए राजी हुए।
इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों में एसपी देहात और सीओ गभाना भी शामिल थे। वहीं, कार्यकर्ताओं के आक्रोश और नोकझोंक की भी खबरें सामने आईं। पुलिस ने हालात संभालने के लिए करणी सेना के जिला संयोजक कृष्णा ठाकुर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। सभी को बाद में शांति भंग करने के आरोप में एसडीएम न्यायालय में पेश कर मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
सपा कार्यकर्ताओं पर भी दर्ज किया मुकदमा
इस घटना के बाद पुलिस ने सांसद के काफिले में शामिल करीब 15-20 सपा कार्यकर्ताओं पर भी मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि टोल प्लाजा पर पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की कर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई गई।
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि सांसद को पहले ही सूचना दी गई थी कि उनके गांव जाने से माहौल बिगड़ सकता है, लेकिन निर्देशों की अनदेखी करते हुए कुछ सपा कार्यकर्ता आगे बढ़े और हंगामा किया। इस लापरवाही के चलते पुलिस ने एक दरोगा और बीट सिपाही को निलंबित भी कर दिया है।
हमले की जिम्मेदारी करणी सेना नेता ने ली
करणी सेना युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा कि गभाना टोल पर जो भी विरोध और हमला हुआ, वह उनके करणी सेना परिवार के साथियों ने किया है।
“सरकार मेरी हत्या कराना चाहती है” : रामजीलाल सुमन का आरोप
अगले दिन आगरा में प्रेसवार्ता के दौरान सांसद रामजीलाल सुमन ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से घात लगाकर हमला हुआ, उससे स्पष्ट है कि सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है। उन्होंने इसे एक सुनियोजित साजिश बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
क्यों जा रहे थे सपा सांसद सुनेहरा गांव?
दरअसल, बुलंदशहर के सुनेहरा गांव में 21 अप्रैल की रात को एक थार गाड़ी से कुचलकर एक महिला की हत्या कर दी गई थी और तीन लोग घायल हो गए थे। मृतक दलित समुदाय से थे। इसी घटना के बाद सपा नेतृत्व के निर्देश पर रामजीलाल सुमन पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। लेकिन प्रशासन ने संभावित तनाव को देखते हुए उन्हें रोकने का प्रयास किया था।
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Author: Shivam Verma
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