Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आज देशभक्ति और गर्व की भावना से सराबोर नजर आई, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘भारत शौर्य तिरंगा यात्रा’ का शुभारंभ किया। 2000 फीट लंबे तिरंगे के साथ हजारों स्कूली छात्रों, युवाओं और आम नागरिकों ने एक विशाल मानव श्रृंखला बनाकर देश के शौर्य और सैन्य पराक्रम का उत्सव मनाया।
मुख्यमंत्री आवास 5 कालिदास मार्ग से निकली यह यात्रा 1090 चौराहे होते हुए हजरतगंज से वापस लौटी। यात्रा की शुरुआत होते ही ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारों से वातावरण गूंज उठा।
ऑपरेशन सिंदूर की वीरगाथा: आतंक के खिलाफ निर्णायक प्रहार
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य हाल ही में भारतीय सेना द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को जन-जन तक पहुंचाना है। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने भारतीय पर्यटकों पर कायराना हमला किया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमने पहलगाम की घटना को हल्के में नहीं लिया। हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया और उनके ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। भारत ने यह संदेश स्पष्ट कर दिया है – हम छेड़ते नहीं, लेकिन अगर कोई छेड़ेगा तो हम उसे छोड़ेंगे भी नहीं।”
शौर्य यात्रा: सेना के सम्मान का प्रतीक
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह तिरंगा यात्रा भारत की सेना की वीरता, अनुशासन और आत्मबल का प्रतीक है। “ये यात्रा केवल एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा में लगे जवानों के प्रति सम्मान प्रकट करने का माध्यम है,” उन्होंने जोश से कहा।
उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, “पूरी दुनिया ने देखा है कि आतंकवाद को पालने-पोसने की पाकिस्तान की जिद अंततः उसी को निगल जाएगी। ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ भारत की सैन्य क्षमता को साबित किया, बल्कि पूरी दुनिया को दिखा दिया कि अब भारत चुप नहीं बैठता।”
इस यात्रा में हजारों स्कूली छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने अपने हाथों में छोटे-छोटे तिरंगे और 2000 फीट लंबे विशाल तिरंगे को थामकर मानव श्रृंखला बनाई। यात्रा में युवाओं का उत्साह देखते ही बनता था – किसी के चेहरे पर देशभक्ति के रंग थे, तो कोई ‘जय हिंद’ की पट्टियाँ बांधे नजर आया।
जनमानस में दिखा गर्व और उत्साह
शहर के लोगों ने भी इस यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया। रास्ते भर लोग अपने घरों की बालकनियों से तिरंगा लहराते और भारत माता के जयकारे लगाते नजर आए। कई बुजुर्गों ने यात्रा को देखकर भावुक होते हुए कहा कि यह भारत के आत्मसम्मान और शौर्य का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री योगी ने अंत में कहा, “यह यात्रा हमारी सेना के उन रणबांकुरों को समर्पित है जिन्होंने निस्वार्थ भाव से देश की रक्षा की। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।”

Author: Shivam Verma
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