Pakistan Afghanistan Conflict: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी संघर्ष ने नया मोड़ ले लिया है। सीजफायर तोड़ने के बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर एयर स्ट्राइक की, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा गया है। वहीं, इसी बीच अफगानिस्तान ने ईरान के साथ अपने संबंध मजबूत करने की दिशा में अहम कदम उठाया है।
ईरान ने घोषणा की है कि वह 2 लाख अफगान नागरिकों को वर्क वीजा जारी करेगा। यह फैसला ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हिंसा अपने चरम पर है और सीमा पार से लगातार हमले हो रहे हैं।
ईरान-अफगानिस्तान की बैठक
हाल ही में अफगानिस्तान के शरणार्थी और पुनर्वास मंत्री मौलवी अब्दुल कबीर ने ईरान के विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशियाई मामलों के निदेशक मोहम्मद रजा बहारमी से मुलाकात की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय स्थिति, व्यापारिक रिश्तों और अफगान शरणार्थियों की सुरक्षा पर विस्तार से चर्चा की।
बहारमी ने बैठक के दौरान कहा कि ईरान काबुल और तेहरान के बीच व्यापारिक रिश्तों में हुई प्रगति को आगे बढ़ाना चाहता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि “इस्लामिक अमीरात” (तालिबान सरकार) सहमति देता है, तो ईरान काबुल और इस्लामाबाद के बीच मध्यस्थता करने के लिए तैयार है।
2 लाख वर्क वीजा देने की घोषणा
ईरानी अधिकारी मोहम्मद रजा बहारमी ने बैठक में कहा कि ईरान जल्द ही 2 लाख अफगान नागरिकों को वर्क वीजा देगा। यह घोषणा दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी का संकेत मानी जा रही है। वहीं, मौलवी अब्दुल कबीर ने ईरान से अपील की कि वह अपने देश में रह रहे अफगान शरणार्थियों के साथ मानवीय व्यवहार करे और उनकी संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करे। ईरान की सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय करीब 7 लाख 50 हजार अफगान नागरिक ईरान में रह रहे हैं।
सीजफायर के बाद भी जारी हमले
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते सप्ताह दोनों देशों के बीच 48 घंटे का सीजफायर हुआ था, लेकिन शुक्रवार रात पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए अफगानिस्तान पर एयर स्ट्राइक की।
तालिबान सरकार का दावा है कि पाकिस्तान की ओर से डूरंड लाइन से सटे इलाकों में किए गए हमलों में 10 लोगों की मौत हुई है। वहीं, अफगानिस्तान की जवाबी कार्रवाई में अब तक 58 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत होने की बात सामने आई है। यह संघर्ष पिछले 7 दिनों से लगातार जारी है। पाकिस्तान ने सबसे पहले हमला किया था, जिसके जवाब में अफगानिस्तान ने पलटवार किया। इसके बाद हालात और बिगड़ते चले गए हैं।
क्षेत्रीय विश्लेषकों के अनुसार, ईरान की यह पहल दक्षिण एशिया के राजनीतिक संतुलन में अहम भूमिका निभा सकती है। जहां एक ओर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष तेज़ी से बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर ईरान और अफगानिस्तान के बीच सहयोग बढ़ने से क्षेत्रीय समीकरण बदलते दिख रहे हैं।

Author: Shivam Verma
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