Hapur News: हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण (एचपीडीए) ने सोमवार को मोनाड यूनिवर्सिटी के एक अवैध हॉस्टल को सील कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी और मौके पर एसडीएम इला प्रकाश और सीओ अनीता चौहान भी मौजूद रहीं। वहीं, यूनिवर्सिटी के दूसरे हॉस्टल को भी सील करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। यह कार्रवाई दो साल पहले जारी आदेशों के आधार पर की गई है, जो अब तक फाइलों में दबे हुए थे।
क्या है पूरा मामला?
मोनाड यूनिवर्सिटी परिसर में वर्ष 2020 में दो हॉस्टल का निर्माण शुरू हुआ था, जिनमें से प्रत्येक की जमीन एक-एक हजार वर्ग मीटर थी। निर्माण कार्य के दौरान ही एचपीडीए की टीम ने मौके पर पहुंचकर काम को रोकने का निर्देश दिया था। बावजूद इसके निर्माण कार्य जारी रहा और अक्टूबर 2023 में सूचना मिली कि दोनों हॉस्टल का निर्माण पूर्ण हो चुका है। तीन-तीन मंजिला इन इमारतों में छात्रों को भी रहने के लिए रखा जा चुका था।
इस पर 25 अक्टूबर 2023 को एचपीडीए ने यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी किया और फिर 25 नवंबर 2023 को दोनों हॉस्टल को सील करने का आदेश भी दे दिया गया। यह आदेश मोनाड यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर प्रमोद गोयल के नाम जारी किए गए थे। आदेश में साफ कहा गया था कि प्राधिकरण की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए अवैध निर्माण कराया गया है।
कार्रवाई में देरी और संदेह
हालांकि आदेश जारी होने के बावजूद लंबे समय तक इन्हें लागू नहीं किया गया। इस देरी पर सवाल उठते रहे। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन से कथित तौर पर आर्थिक लेनदेन की चर्चा भी सामने आई, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। एचपीडीए के अधिकारियों ने केवल इतना कहा कि यूनिवर्सिटी के प्रभाव के चलते कार्रवाई लंबित रह गई थी।
एसडीएम ने उठाए सवाल
जब सोमवार को सीलिंग की कार्रवाई की गई, तब मौके पर मौजूद एसडीएम इला प्रकाश ने एचपीडीए के सचिव प्रवीण गुप्ता से यह सवाल किया कि तीन-तीन मंजिला अवैध इमारतें कैसे खड़ी हो गईं और प्राधिकरण को इसकी भनक तक नहीं लगी। अधिकारी इस सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। स्थिति यह रही कि यूनिवर्सिटी परिसर में एचपीडीए की टीम को बुलाने के लिए एसडीएम और पुलिस टीम को एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
एक हॉस्टल सील, दूसरे के लिए नोटिस जारी
अंततः एचपीडीए की टीम ने एक हॉस्टल को सील कर दिया, जबकि दूसरे हॉस्टल में छात्रों के मौजूद होने के कारण उसे फिलहाल खाली कराने का नोटिस दिया गया है। एचपीडीए सचिव प्रवीण गुप्ता के अनुसार, नोटिस में एक सप्ताह का समय दिया गया है, जिसके बाद दूसरे हॉस्टल को भी सील कर दिया जाएगा।
एचपीडीए ने यह भी जानकारी दी कि मोनाड यूनिवर्सिटी के अन्य दो भवनों की स्थिति की भी जांच की जा रही है। यदि वे भी अवैध निर्माण की श्रेणी में आते हैं, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

Author: Shivam Verma
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