Jaunpur News: बदलापुर क्षेत्र की ऐतिहासिक और लोकजीवन से जुड़ी पीली नदी के जीर्णोद्धार को लेकर एक महत्वपूर्ण और निर्णायक बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक राजा हरपाल सिंह इंटर कॉलेज, सिंगरामऊ के सभागार में संपन्न हुई, जिसकी अध्यक्षता बदलापुर के विधायक रमेश मिश्रा ने की। बैठक में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र, मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खड़िया, समेत अनेक विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुनर्जीवन अभियान
बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश की नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए जो राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है, उसी के अंतर्गत पीली नदी को भी फिर से जीवंत किया जाएगा। इसके तहत नदी की सफाई, नालों की खुदाई और जलप्रवाह को पुनः चालू करने की विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई है।
ड्रोन सर्वे से जुटाई गई जानकारी
अधिकारियों ने बताया कि पीली नदी के प्रवाह क्षेत्र और उसके आसपास के इलाके का ड्रोन सर्वे पहले ही पूरा कर लिया गया है। इस सर्वे के आधार पर ही नदी के पुनर्जीवन की योजना को अमल में लाया जाएगा। इस पूरे कार्य में स्थानीय जनता की भागीदारी को अहम माना गया है। खास बात यह है कि इस कार्य में सहयोग देने वाले जेसीबी मशीन मालिकों को प्रशासन द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।
जनसहभागिता को मिला प्रोत्साहन
बैठक के दौरान 20 ग्राम प्रधानों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। ये प्रधानगण पहले से ही इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उन्होंने आगे भी श्रमदान और सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई। बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि पीली नदी से जुड़ने वाले छोटे-छोटे नालों की सफाई कर जलप्रवाह को बहाल किया जाए।
विधायक रमेश मिश्रा की श्रमदान की घोषणा
बैठक में विधायक रमेश मिश्रा ने कहा कि यह कार्य केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि समाज के सहयोग से ही सफल हो सकता है। उन्होंने स्वयं श्रमदान करने की घोषणा की और जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों तथा आम नागरिकों से इस महाअभियान में भाग लेने की अपील की।
इस मौके पर मुख्य राजस्व अधिकारी अजय कुमार, डीपीआरओ नत्थूलाल, बीएसए गोरखनाथ पटेल, डीसी मनरेगा सुशील त्रिपाठी, उपजिलाधिकारी बदलापुर योगिता सिंह, खंड विकास अधिकारी धर्मेंद्र द्विवेदी, मृगेंद्र सिंह शिवबाबा, ओंकार नाथ मिश्र, बद्रीनारायण शास्त्री, राकेश तिवारी सहित कई क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और ग्राम प्रधान मौजूद रहे।

Author: Shivam Verma
Description