Agra News: शुक्रवार को आगरा के व्यस्त कारगिल चौराहे पर दिनदहाड़े हुई ज्वेलरी शॉप में लूट और हत्या की वारदात ने पूरे शहर को झकझोर दिया। श्री बालाजी ज्वेलर्स में घुसे दो नकाबपोश बदमाशों ने पहले महिला कर्मचारी और एक ग्राहक युवती को धमकाकर पांच लाख के आभूषण लूटे और फिर शोरूम के मालिक योगेश चौधरी को गोली मारकर हत्या कर दी। यह वारदात न सिर्फ व्यापारियों में दहशत का कारण बनी, बल्कि पुलिस की सुस्त कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर गई।
“गहने दे दो… नहीं तो गोली मार देंगे” – बदमाशों की धमकी से सहमीं महिलाएं
शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे श्री बालाजी ज्वेलर्स में महिला कर्मचारी रेनू एक ग्राहक युवती को गहने दिखा रही थीं। इसी दौरान दो बदमाश शोरूम में दाखिल हुए। एक ने पिस्टल दिखाते हुए पूछा, “मालिक कहां हैं?” और फिर तुरंत धमकी दी, “जल्दी से गहने निकालकर दे दो, शोर मचाया तो गोली मार देंगे।”
महज कुछ ही पलों में बदमाशों ने दोनों महिलाओं को बंधक बनाकर आभूषण लूटने शुरू कर दिए। उन्होंने अपने साथ लाए बैग में गहने भरने शुरू किए और करीब पांच मिनट में लूट कर भागने लगे।
हिम्मत दिखाने वाले सराफ को नहीं बख्शा
बदमाश जैसे ही सीढ़ियों से नीचे भागे, उसी वक्त योगेश चौधरी स्कूटर से शोरूम पहुंचे। उन्होंने कर्मचारी को शोर मचाते देखा तो तत्काल एक बदमाश को पीछे से पकड़ लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बदमाशों को उम्मीद नहीं थी कि दुकान मालिक इतने जल्दी वहां पहुंच जाएंगे।
योगेश ने बदमाश की पकड़ नहीं छोड़ी, लेकिन तभी दूसरे बदमाश ने नजदीक से उनके सीने में गोली मार दी। गोली लगते ही योगेश ज़मीन पर गिर पड़े और बदमाश आराम से मौके से फरार हो गए। कुछ ही देर में भीड़ इकट्ठा हो गई, पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
पत्नी बेसुध, बेटों की हालत खराब
रामा एन्क्लेव, पश्चिमपुरी निवासी योगेश चौधरी के दो बेटे सागर और आशीष जैसे ही पिता की मौत की खबर मिली, घटनास्थल पर पहुंच गए। पत्नी उर्मिला को शुरू में यह जानकारी नहीं दी गई, लेकिन जैसे ही खबर घर पहुंची, वह बेसुध हो गईं।
घटना के बाद पुलिस मौके पर तो पहुंच गई लेकिन उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठे। जहां फॉरेंसिक टीम को तुरंत घटनास्थल पर बुलाकर साक्ष्य जुटाने चाहिए थे, वहां एक घंटे तक कुछ नहीं किया गया। घटना स्थल को ठीक से सील तक नहीं किया गया, जिससे लोगों की भीड़ ने साक्ष्य को नुकसान पहुंचाया।
जांच के नाम पर पुलिस केवल आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने और चश्मदीदों से बातचीत करने में जुटी रही। इस लापरवाही से साफ है कि एआई के इस युग में भी पुलिस की कार्यशैली अभी भी पुराने ढर्रे पर ही चल रही है।
विधायक पहुंचे मौके पर, पुलिस आयुक्त से की बात
कारगिल चौराहे पर एक सप्ताह में यह दूसरी हत्या है। विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय पुलिस से बात कर तुरंत कार्रवाई की मांग की और पुलिस आयुक्त दीपक कुमार से भी फोन पर बात की। उन्होंने कहा, “शहर में एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार ऐसा गोलीकांड हुआ है, पुलिस जल्द खुलासा करे।”

Author: Shivam Verma
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