Agra News: आज आगरा जिले का माहौल अच्छा खासा संवेदनशील बना हुआ है। एक ओर जहां राजपूत करणी सेना राणा सांगा जयंती के मौके पर ‘स्वाभिमान रैली’ निकाल रही है, वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के आवास पर त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा खड़ा कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और हर कोना कड़ी निगरानी में है।
4000 से अधिक जवान, 9 कंपनी PAC और ड्रोन से निगरानी
सांसद रामजी लाल सुमन की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस का पूरा अमला सक्रिय है। सांसद के आवास से लेकर रैली स्थल तक सुरक्षा व्यवस्था को बेहद सख्त किया गया है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि जिले में उपलब्ध 7,000 जवानों में से 4,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। इसके अलावा मेरठ, झांसी, मैनपुरी, फिरोजाबाद और मथुरा से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है।
9 कंपनी पीएसी, SSF और लोकल पुलिस मिलकर पूरे शहर को सुरक्षा घेरे में ले चुकी है। सांसद के आवास और सभा स्थल पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं, वहीं दो ड्रोन कैमरों से भी आसमान से निगरानी की जा रही है। शहर के प्रमुख मार्गों और सांसद आवास की ओर जाने वाले रास्तों पर 800 बैरियर लगाकर सघन चेकिंग की जा रही है। सुरक्षा के मद्देनज़र 24 स्थानों पर पुलिस चेक पोस्ट बनाए गए हैं और मेटल डिटेक्टर भी तैनात हैं।
करणी सेना की ‘स्वाभिमान रैली’ को लेकर प्रशासन मुस्तैद
आगरा जिले के एतमादपुर क्षेत्र के गढ़ी रामी गांव में करणी सेना की ओर से राणा सांगा की जयंती के मौके पर ‘स्वाभिमान रैली’ का आयोजन किया जा रहा है। अनुमान है कि इस रैली में हज़ारों की संख्या में लोग जुटेंगे। इस जनसमूह और संभावित राजनीतिक तनाव को देखते हुए प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती है।
रैली स्थल पर ट्रैफिक व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। हर एंगल से स्थिति पर नजर रखने के लिए जिला प्रशासन ने अधिकारियों की टीमों को अलग-अलग ज़िम्मेदारियां दी हैं। स्थानीय पुलिस चौकस है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
रामजी लाल सुमन के बयान ने गरमाया माहौल
गौरतलब है कि हाल ही में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने संसद में दिए गए अपने बयान में भाजपा पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि “भाजपा नेता मुस्लिमों को बदनाम करते हैं कि उनमें बाबर का डीएनए है, लेकिन मुस्लिम बाबर को नहीं, बल्कि सूफी संतों को अपना आदर्श मानते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “अगर मुस्लिम बाबर की औलाद हैं, तो राणा सांगा की भूमिका भी कटघरे में है, जिन्होंने बाबर को भारत बुलाया था।”
उनके इस बयान के बाद कुछ संगठनों में नाराज़गी देखी गई, जिसे लेकर अब प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। करणी सेना की रैली और सांसद के इस बयान का समय एक ही दिन पर पड़ना, पुलिस और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
कानून से समझौता नहीं
पुलिस विभाग ने साफ कर दिया है कि किसी भी तरह की शरारत या अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों की निगरानी टीम लगातार फील्ड में मौजूद है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जिला प्रशासन ने साफ निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

Author: Shivam Verma
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