Bulandshahr News: बुलंदशहर जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाले दो ठगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े मोबाइल ऐप्स “BINANCE” और “DESK TRADE (WEB)” के माध्यम से लोगों को मोटे मुनाफे का झांसा देकर लाखों की ठगी की थी। पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए कानपुर के दो युवकों को धर दबोचा है।
मोटे मुनाफे का लालच देकर की ठगी
यह पूरा मामला तब सामने आया जब बुलंदशहर के सिविल लाइन्स क्षेत्र के निवासी कुलदीप मित्तल, जो पेशे से व्यापारी हैं, साइबर ठगी का शिकार हो गए। कुलदीप मित्तल ने साइबर क्राइम थाना में दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि उन्हें मोबाइल फोन पर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी दो ऐप्स “BINANCE” और “DESK TRADE (WEB)” डाउनलोड करने के लिए कहा गया। फिर उन्हें इन ऐप्स के ज़रिए निवेश करने पर भारी रिटर्न मिलने का लालच दिया गया।
ठगों ने विश्वास जमाने के लिए शुरुआती निवेश पर कुछ लाभ दिखाया और फिर जब कुलदीप ने अपने पूरे निवेश पर रिटर्न मांगा, तो “फुल अमाउंट रिफंड” के बहाने उनसे और पैसे मांगे गए। इस तरह बैंक खाते और यूपीआई आईडी के माध्यम से उनसे कुल 44 लाख रुपये की ठगी कर ली गई।
साइबर पुलिस की कार्रवाई, दोनों आरोपी गिरफ्तार
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए बुलंदशहर के एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच में पता चला कि यह ठगी कानपुर के दो ठगों द्वारा की जा रही थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विकास तिवारी (पुत्र ललित कुमार तिवारी) और राहुल गुप्ता (पुत्र सुंदरलाल गुप्ता), दोनों निवासी किदवई नगर, कानपुर को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने इनके बैंक खाते से 3 लाख रुपये जब्त किए हैं और घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन तथा सिम कार्ड भी बरामद कर लिए हैं। दोनों आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।
और लोग भी हो सकते हैं शिकार
साइबर क्राइम टीम अब इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने में जुट गई है। पुलिस का मानना है कि यह कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई लोग इस गिरोह का शिकार हो चुके होंगे। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और किस स्तर तक यह फर्जीवाड़ा फैला हुआ है।

Author: Shivam Verma
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