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Bulandshahr News: परिषदीय स्कूल में रोजा इफ्तार पार्टी का वीडियो वायरल, डीएम ने दिए जांच के आदेश

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Bulandshahr News: जनपद के शिकारपुर स्थित एक परिषदीय विद्यालय में आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। बिना किसी पूर्वानुमति के इस इफ्तार पार्टी के आयोजन को लेकर जिलाधिकारी (डीएम) श्रुति शर्मा ने कड़े रुख अपनाते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं।

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वायरल वीडियो से मचा हड़कंप

शिकारपुर के प्राथमिक विद्यालय में होली के दिन शुक्रवार को आयोजित इस इफ्तार पार्टी में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे। वायरल वीडियो में सैकड़ों लोग विद्यालय परिसर में बैठकर इफ्तार करते दिख रहे हैं। उनके लिए विशेष रूप से फल, मेवे और अन्य व्यंजन परोसे गए थे। इसके बाद लोगों ने नमाज भी अदा की। बताया जा रहा है कि इस आयोजन की मौखिक अनुमति प्रधानाध्यापक इरफाना नकवी ने दी थी, जिसके कारण अब उनके खिलाफ कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।

राजनीतिक रंग ले रहा मामला

शिक्षा विभाग की जांच के अनुसार, इस आयोजन की जिम्मेदारी शानू खान नाम के व्यक्ति ने ली थी, जो पहले समाजवादी पार्टी (सपा) में थे और अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े हैं। आरोप है कि उन्होंने बिना किसी आधिकारिक अनुमति के सरकारी विद्यालय में इफ्तार पार्टी आयोजित की। इस घटना को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चा तेज हो गई है।

प्रधानाध्यापक को जारी किया गया नोटिस

घटना को गंभीरता से लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) अमन गुप्ता ने प्रधानाध्यापक इरफाना नकवी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह स्पष्ट किया गया है कि परिषदीय विद्यालयों में बिना अनुमति किसी भी प्रकार का सार्वजनिक आयोजन करना नियमों के खिलाफ है।

डीएम ने दिए सख्त निर्देश

बुलंदशहर की जिलाधिकारी श्रुति शर्मा ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय से फोन पर घटना की जानकारी ली और तत्काल जांच कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के सभी सरकारी विद्यालयों को स्पष्ट निर्देश दिया कि बिना पूर्व स्वीकृति के कोई भी सार्वजनिक आयोजन न किया जाए।

इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। जांच पूरी होने के बाद जिम्मेदार व्यक्तियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। इस घटना ने शिक्षा संस्थानों में नियमों के पालन को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।

Shivam Verma
Author: Shivam Verma

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