DeepSeek AI: अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प की ताजपोसी के बाद से पूरी दुनिया की नजरे अमेरिका पर टिकी हुई थीं। जहां डोनाल्ड ट्रम्प चाइनीज कंपनी TikTok को अमेरिका में बैन करने के बात कर रहे थे और उसे खरीदना चाहते थे। लेकिन वहीं दूसरी ओर चाइना ने सबकी बोलती बंद कर दी है। यहीं तक बात रुकी नहीं DeepSeek AI के लॉंच से अमेरिका का स्टॉक मार्केट भी बिगड़ गया है।
क्या है DeepSeek?
DeepSeek एक ओपेन सोर्स एआई है, जिसने हाल ही में अपना R1 मॉडल लॉंच किया है। उदाहरण के तौर पर यह ChatGPT के समान ही है। डीपसीक लॉंच होते ही एपल स्टोर पर टॉप 1 पर पहुँच गया है। इसके साथ ही इसने वैश्विक स्तर पर Tech फील्ड के शेयर मार्केट को भी हिला डाला। बताया जा रहा है इसका आर1 मॉडल, ChatGPT 4o से भी पावरफुल है, साथ ही यह कम डेटा लागत पर अच्छे आउटपुट देता है।
हालांकि इस पर बड़े साइबर हमले के कारण इस एआई सर्विस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। वर्तमान में यह केवल चीनी मोबाइल नंबर्स के यूजर ही इस सर्विस को यूज कर पा रहे हैं। जिन यूजर्स ने पहले साइन अप कर रखा है, वह अभी लॉगिन कर सकते हैं। इसके साथ ही यूजर्स की भारी संख्या के कारण भी हो सकता है यह सर्विस डाउन कर दी गयी हो। जल्द ही यह सर्विस सभी यूसर के उपलब्ध हो जाएगी।
ऐपल स्टोर पर नंबर वन
DeepSeek AI अपने V3 एआई असिस्टेंट को जैसे ही लॉंच किया वह एपल ऐप स्टोर पर उपलब्ध टॉप रेटेड फ्री एप्लिकेशन की सूची में नंबर वन बन गया। इसके साथ ही इसने वैश्विक स्तर पर टेक इंडस्ट्री के शेयर मार्केट में भी खलबली मचा दी। एनविडिया समेत कई अन्य कंपनी जो चिपसेट और अन्य एआई से संबन्धित थीं उनके शेयर पर गिरावट देखने को मिली है।
DeepSeek अपने Launch के बाद से चर्चा में बना हुआ है क्यूंकी, DeepSeek AI असिस्टेंट फ्री, अनलिमिटेड और ओपन सोर्स है। इसे लोग इसकी ट्रांसपेरेंसी, एफिशिएंसी और AI को सभी के लिए एक्सेसिबल बनाने के लिए पसंद कर रहे हैं।
