Jhansi News: महानगर झांसी में भू-माफियाओं का नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय है, जिन्होंने नगर निगम की बहुमूल्य सरकारी जमीनों पर बेतहाशा कब्जा कर उसे प्लाटिंग कर बेच डाला। अब नगर निगम ने सख्ती दिखाते हुए ऐसे 13 लोगों के नाम भू-माफिया की सूची में दर्ज किए हैं। सूत्रों की मानें तो यह सिलसिला यहीं नहीं रुकेगा, जल्द ही और नाम इस सूची में शामिल हो सकते हैं।
नगर निगम की कार्रवाई का दायरा बढ़ने की संभावना के बीच यह भी सामने आया है कि इनमें से कई भू-माफिया सफेदपोश और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोग हैं। यदि आने वाले समय में इनके नाम भी उजागर होते हैं तो झांसी की सियासी गलियों में हलचल मच सकती है।
गांवों की जमीन बनी निशाना
सूत्र बताते हैं कि बीते दो दशकों में नगर निगम की सीमा में शामिल सिरमधा, बिजौली, हंसारी गिर्द, सिगर्रा, करारी, गढ़ियागांव, पिछोर और लहरगिर्द जैसी ग्राम सभाओं की करोड़ों की जमीनें भू-माफियाओं के कब्जे में चली गईं। इन इलाकों में जमीनों की बाकायदा प्लाटिंग कर बेचने का काम बड़े स्तर पर किया गया। कब्जे की गई जमीनों का कुल क्षेत्रफल कई हेक्टेयर तक पहुंच चुका है।
राजनीतिक संरक्षण की आड़ में कब्जे
खास बात यह है कि भू-माफियाओं की इस सूची में शामिल अधिकांश लोग किसी न किसी राजनीतिक दल से जुड़ाव रखते हैं। अपने-अपने दलों की सरकारों के कार्यकाल में इन्होंने न सिर्फ सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाया, बल्कि उसे बाजार में बेचकर मोटा मुनाफा भी कमाया।
नगर निगम द्वारा जारी की गई सूची से साफ होता है कि आज भी कई ऐसे नाम हैं जिनके संबंध सत्ता के गलियारों से हैं। यही वजह है कि इनपर कार्रवाई की गति धीमी रही है, लेकिन अब नगर निगम की नजरें सख्त हुई हैं।
भू-माफियाओं के खिलाफ क्या है स्थिति
सेवानिवृत्त एडीएम आर.सी. श्रीवास्तव के अनुसार नगर निगम लगातार भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और कब्जाई गई सरकारी भूमि को वापस लेने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि कई मामलों में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं और कुछ मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं।
जमीन कब्जा करने वालों की सूची –
- सिरमधा: यहां के एक पूर्व पार्षद ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर प्लाटिंग कर दी।
- बिजौली: यहां के दो भू-कारोबारियों ने कई स्थानों पर सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण कर जमीन बेची।
- हंसारी गिर्द: एक भू-कारोबारी द्वारा अवैध कब्जा किए जाने की पुष्टि हुई।
- सिंगर्रा: एक दबंग व्यक्ति ने सरकारी भूमि पर सागौन का बगीचा विकसित कर लिया।
- शारदा हिल्स: यहां के निवासी ने करारी समेत कई इलाकों में प्लाटिंग की, और खुद को राजनीतिक दल से जुड़ा बताता है।
- करारी: एक भू-माफिया ने पांच एकड़ से अधिक जमीन पर बाउंड्रीवाल बना ली है।
- लहरगिर्द: यहां एक माफिया ने 1.41 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा कर आश्रम बना लिया है, जिसकी पैठ एक प्रमुख राजनीतिक दल में बताई जा रही है।
नगर निगम की चुनौतियां
नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो गढ़ियागांव, पिछोर, बिजौली और सिमरधा जैसे क्षेत्रों की सरकारी जमीनों को अभी तक मुक्त नहीं कराया जा सका है। जमीनों पर कब्जा हटाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन राजनीतिक दवाब और कानूनी पेंच बड़ी बाधाएं बनकर सामने आ रही हैं।

Author: Shivam Verma
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