Lucknow News: राजधानी लखनऊ में मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने अंसल API के दफ्तर पर छापा मारा। यह छापेमारी सुशांत गोल्फ सिटी स्थित स्वॅपिंग स्क्वेयर बिल्डिंग-2 में की गई, जहां अंसल ग्रुप का ऑफिस मौजूद है। सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई इस कार्रवाई ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।
हरियाणा से आई ईडी टीम, बिल्डिंग की गई सील
जानकारी के अनुसार, हरियाणा नंबर की दर्जनों गाड़ियों में सवार ईडी अधिकारियों की टीम जैसे ही बिल्डिंग में दाखिल हुई, पूरे परिसर की आवाजाही पर रोक लगा दी गई। किसी को अंदर या बाहर जाने की इजाजत नहीं थी। इस दौरान ईडी अधिकारियों ने अंसल API के कर्मचारियों और अन्य मौजूद अधिकारियों से घंटों सख्ती से पूछताछ की।
करीब दो घंटे तक चली इस गहन जांच के बाद ईडी टीम ने अंसल का ऑफिस सील कर दिया। सूत्रों की मानें तो अंसल API के वाइस प्रेसिडेंट राजेश राव को हिरासत में भी लिया गया है। हालांकि, इस गिरफ्तारी को लेकर ईडी की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
क्यों हुई ये कार्रवाई?
अंसल API के खिलाफ पिछले कुछ समय से लगातार शिकायतें और मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। लखनऊ ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अंसल ग्रुप की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठे हैं। खासकर प्रॉपर्टी डीलिंग और फ्लैट अलॉटमेंट से जुड़े मामलों में धोखाधड़ी के आरोपों की भरमार है।
लखनऊ के हजरतगंज, गोमती नगर और सुशांत गोल्फ सिटी थानों में अब तक अंसल API के खिलाफ 80 से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इन मामलों में निवेशकों ने आरोप लगाया है कि उन्हें समय पर प्रॉपर्टी नहीं दी गई, या फिर प्रोजेक्ट अधूरे छोड़ दिए गए।
कई एजेंसियां कर रही हैं जांच
अंसल API के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ ईडी तक सीमित नहीं है। CBI और राज्य की अन्य जांच एजेंसियां भी इस पूरे मामले की तह में जाकर जांच कर रही हैं। अंसल ग्रुप के कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम भी जांच के घेरे में हैं। इस मामले को लेकर शासन भी बेहद गंभीर नजर आ रहा है और उच्च स्तर पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

Author: Shivam Verma
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