Lucknow News: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़ा करने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। लखनऊ के दुबग्गा थाना क्षेत्र की एक महिला ने बलात्कार और धोखाधड़ी के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन 15 दिनों से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता का आरोप है कि यदि उसे कुछ होता है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी दुबग्गा थाने के इंस्पेक्टर की होगी।
तीन साल से झांसे में रखकर किया शोषण
पीड़िता के अनुसार, दुबग्गा निवासी अंशु मौर्या उर्फ अमय मौर्या ने प्रेम जाल में फंसाकर तीन वर्षों तक उसके साथ संबंध बनाए और शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण करता रहा। इस दौरान आरोपी ने महिला से लगभग 6 लाख रुपये भी हड़प लिए। शादी की बात करने पर आरोपी लगातार टालमटोल करता रहा और आखिरकार, उसे धोखा देकर किसी और से शादी कर ली।
शादी के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप
महिला ने बताया कि आरोपी ने शादी के नाम पर कई बार उससे मोटी रकम ली। 2 मई 2023 को 50000 रुपये, 9 अप्रैल 2024 को 10000 रुपये, 11 नवंबर 2024 को 70000 रुपये, 3 फरवरी 2025 को 420000 रुपये और 13 मई 2025 को 10,000 रुपये उससे ऐंठे गए।
बाद में महिला को पता चला कि आरोपी ने अपनी बहन की शादी के बहाने जो पैसे लिए थे, वे उसने अपनी गोदभराई के आयोजन में खर्च कर दिए। जब पीड़िता ने आरोपी से इसका जवाब मांगा, तो आरोपी और उसके परिवार ने उसे गालियां दीं और घर से भगा दिया।
जहर देकर मारने की कोशिश
पीड़िता के अनुसार, 16 मार्च को अंशु मौर्या ने उसे बातचीत के बहाने अपने घर बुलाया। वहां मौजूद परिवार के अन्य लोगों ने उसे धमकाया और शादी के बाद भी घर पर आकर मिलने-जुलने के लिए कहा। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की गई और उसे जहर देकर मारने की कोशिश की गई। हालत बिगड़ने पर आरोपी और उसके परिवार ने उसे कल्याण हॉस्पिटल, दुबग्गा में भर्ती कराया, जहां इलाज के बाद वह किसी तरह बच सकी।
पीड़िता का कहना है कि इस घटना के बाद से वह लगातार दुबग्गा थाने के चक्कर काट रही है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उसने कहा कि यदि भविष्य में उसकी हत्या होती है, तो इसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ दुबग्गा थाने के इंस्पेक्टर होंगे।

Author: Shivam Verma
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