Lucknow News: राजधानी लखनऊ में रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं। बीते कुछ दिनों में रेलवे ट्रैक पर लगातार दो ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जो अगर समय रहते न रोकी जातीं, तो बड़ी जान-माल की हानि हो सकती थी। अराजक तत्वों द्वारा रेलवे ट्रैक पर ट्रेन पलटाने की साजिशें लगातार सामने आ रही हैं, जिससे आम जनता में डर और चिंता का माहौल बन गया है।
पहली घटना: लकड़ी के टुकड़े से की गई थी कोशिश
15 अप्रैल को रहीमाबाद के पास रेलवे ट्रैक पर करीब ढाई फीट लंबा और छह इंच मोटा लकड़ी का टुकड़ा पाया गया था। यह टुकड़ा जानबूझकर ट्रैक पर रखा गया था, जिससे किसी ट्रेन की टक्कर हो और हादसा हो सके। लेकिन काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के ड्राइवर की सतर्कता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोकी और रहीमाबाद स्टेशन मास्टर ओम प्रकाश को सूचित किया। इसके बाद उसी ट्रैक से गुजरने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस को मलिहाबाद स्टेशन पर रोक लिया गया। अगर यह ट्रेन उस टुकड़े से टकराती, तो स्थिति बेहद भयावह हो सकती थी।
दूसरी घटना: लोहे का दरवाजा रखकर रची गई साजिश
अब एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बक्कास-उतरेठिया स्टेशन के पास बुधवार तड़के लगभग पौने चार बजे रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा लोहे का दरवाजा रखा हुआ मिला। यही नहीं, अज्ञात व्यक्ति ने पेंड्रोल क्लिप भी निकाल दी थीं, जो ट्रैक को मजबूती से जोड़ने का काम करती हैं।
यूटीआर इंचार्ज अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि फोन पर सूचना मिलते ही वे गैंगमैन दुर्गेश कुमार के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि दरवाजा टूटकर दो टुकड़ों में बंट चुका है और उसके टुकड़े अप और डाउन लाइन के बीच बिखरे हुए हैं। सौभाग्य से कोई बड़ी ट्रेन दुर्घटना नहीं हुई, लेकिन यह केवल एक इत्तेफाक ही था।
रेल कर्मचारियों की सूझबूझ से बची बड़ी घटना
घटना की गंभीरता को समझते हुए अनिल कुमार पांडेय ने ट्रेन मैनेजर मनीष त्रिपाठी और गेटमैन अभिषेक कुमार की मदद से दरवाजे के टुकड़ों को हटाया और ट्रैक को सुरक्षित किया। उतरेठिया स्टेशन मास्टर ने भी इस बात की पुष्टि की कि समय पर कार्रवाई न होती, तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज
इस पूरे मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इन साजिशों के पीछे आखिर कौन लोग हैं और उनका मकसद क्या है।
इन दो घटनाओं के बाद राजधानी में दहशत का माहौल है। आम लोग रेलवे ट्रैकों पर इस तरह की साजिशों को लेकर चिंतित हैं। सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि अगर लगातार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, तो सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा कैसे किया जाए?

Author: Shivam Verma
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