Lucknow News: उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में प्रदेश में हाई-वे, एक्सप्रेस-वे और शहरी सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। इसके तहत ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है।
स्मार्ट सिटी में लगे अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे
प्रदेश के स्मार्ट शहरों में यातायात प्रबंधन को प्रभावी बनाने के लिए व्यापक स्तर पर सीसीटीवी कैमरों की तैनाती की गई है। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के प्रमुख शहरों की सड़कों और चौराहों पर लगभग 7,25,384 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों को इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) से जोड़कर ट्रैफिक कंट्रोल और ई-चालान प्रणाली को मजबूत किया गया है।
राज्य परिवहन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र द्वारा घोषित स्मार्ट सिटी जैसे आगरा, अलीगढ़, बरेली, लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी में 5,69,411 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं, राज्य द्वारा घोषित स्मार्ट सिटी अयोध्या, गाजियाबाद, मथुरा, गोरखपुर, मेरठ में 1,46,585 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
इन कैमरों को एआई-सक्षम आईसीसी सेंटरों और आईटीएमएस से जोड़कर यातायात नियमों के उल्लंघन पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। ओवरस्पीडिंग, रेड लाइट जंपिंग, गलत दिशा में वाहन चलाने जैसी गतिविधियों पर नज़र रखते हुए ई-चालान की व्यवस्था लागू की गई है।
यातायात पुलिस को मिले अत्याधुनिक उपकरण
सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को अत्याधुनिक उपकरण प्रदान किए गए हैं। इनमें बॉडी वॉर्न कैमरे, ब्रेथ एनालाइजर, डेसीबल मीटर, इंटरसेप्टर वाहन, टीथर ड्रोन और स्पीड लेजर गन शामिल हैं। इन उपकरणों के माध्यम से पुलिस यातायात नियमों के उल्लंघन की निगरानी कर रही है और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
इसके अलावा, दुर्घटनाओं में त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए हाइड्रोलिक क्रेन और आधुनिक बचाव उपकरणों की भी व्यवस्था की गई है, जिससे सड़क पर किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके।
ब्लैक स्पॉट्स और हॉट स्पॉट्स का सुधार
सड़क सुरक्षा को और प्रभावी बनाने के लिए प्रदेश में दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें सुधारने के प्रयास किए गए हैं। इसके तहत 167 ब्लैक स्पॉट और 32 हॉट स्पॉट को सुधारकर सुरक्षित बनाया गया है। साथ ही, 333 प्रमुख चौराहों और 1766 टी-जंक्शन पर आवश्यक यातायात प्रबंधन उपाय किए गए हैं।
योगी सरकार के प्रयासों का असर
योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। प्रदेश में जहां हाई-वे और एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाया जा रहा है, वहीं आधुनिक तकनीकों के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं में भी महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है। सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमों से न केवल यातायात व्यवस्था सुचारू हुई है, बल्कि सड़कों पर सुरक्षा भी पहले से बेहतर हुई है।

Author: Shivam Verma
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