Meerut News: मेरठ जिले में हाल ही में हुई एक सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। यह वारदात किसी फिल्मी सीन से कम नहीं थी—दिनदहाड़े पेट्रोल पंप पर लूट, हथियारों की नोंक पर जानलेवा हमला और फिर पुलिस की सधी हुई रणनीति में बदमाशों की गिरफ्तारी। मेरठ की जानी थाना पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में इस कांड का चौंकाने वाला सच सामने आया।
क्या था पूरा मामला?
घटना 26 मई की शाम की है, जब दो बाइकों पर सवार छह बदमाश सरदार सिंह पेट्रोल पंप पर पहुंचे। पहले तो पेट्रोल भरवाने का बहाना किया, लेकिन उनकी नजरें पहले से सेल्समैन की गतिविधियों पर थीं। मौका मिलते ही उन्होंने सेल्समैन राजीव उर्फ राजू पर हमला किया और उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद फायरिंग करते हुए ₹40,000 नकद लूटकर फरार हो गए।
तेजी से हरकत में आई पुलिस, चार टीमें गठित
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने 311 BNS के तहत मामला दर्ज किया। मेरठ एसएसपी ने घटना को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए और चार टीमों का गठन किया गया। स्वाट, सर्विलांस और थाना पुलिस की इन टीमों ने मिलकर छानबीन शुरू की।
जांच में पुलिस ने 100 से अधिक CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके साथ ही मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया। इसी प्रयास के चलते सात बदमाशों की पहचान संभव हो पाई। पुलिस को इनकी मूवमेंट का सुराग जैसे ही मिला, 30 मई की सुबह भोला रोड पर चेकिंग शुरू की गई।
फिल्मी अंदाज़ में मुठभेड़, बदमाशों ने की फायरिंग
जैसे ही बदमाश दो बाइकों पर वहां पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन बदमाश टॉर्च की रोशनी देखकर बाइक बाफर बम्बा की ओर दौड़ा ले गए। पुलिस ने तत्काल दूसरी टीम को अलर्ट किया और बाफर बम्बा बागपत रोड पर घेराबंदी कर दी गई। खुद को घिरा देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें जवाबी कार्रवाई में गिरोह का मास्टरमाइंड गुलशन चौधरी उर्फ जीसी गोली लगने से घायल हो गया। बाकी छह बदमाश मौके पर दबोच लिए गए।
पकड़े गए ‘बुलेट गैंग’ के सदस्य
गुलशन चौधरी उर्फ जीसी: गिरोह का सरगना, जिस पर पहले से कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें पोक्सो, अपहरण, आपराधिक षड्यंत्र, और अवैध हथियार रखना शामिल हैं।
- अभिषेक चौधरी: मेरठ और बुलंदशहर में अपराध के पुराने मामले।
- अर्जुन उर्फ जग्गा: मेरठ का हिस्ट्रीशीटर।
- अश्वनी, अंश जाट, आर्यन गौतम, और अभय: गिरोह के अन्य सक्रिय सदस्य।
- आकाश (फरार): जिसने पेट्रोल भरवाकर पंप की रैकी की थी, अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।
क्या हुआ बरामद?
पुलिस ने इस ऑपरेशन में 4 देसी तमंचे, 4 जिंदा कारतूस, 2 खोखा, 2 काली स्प्लेंडर मोटरसाइकिलें (जो वारदात में इस्तेमाल हुई थीं), 4 लूटे गए मोबाइल फोन और ₹3,500 नकद बरामद किए हैं।
इस सफल अभियान को अंजाम देने वालों में SHO महेश राठौर (थाना जानी), स्वाट प्रभारी धर्मेंद्र सिंह, ग्रामीण स्वाट प्रभारी रविंद्र कुमार और उनकी टीम के 30 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल रहे। उनकी सतर्कता और तत्परता ने इस गिरोह का नेटवर्क तोड़ने में अहम भूमिका निभाई। फरार बदमाश आकाश की गिरफ्तारी अब भी पुलिस के लिए एक चुनौती बनी हुई है। उसकी तलाश में टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

Author: Shivam Verma
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