Meerut News: लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र सोमवार देर रात गोलियों की आवाज से दहल उठा, जब कुख्यात बदमाश ‘शूटर इरफान’ और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। कई दिनों से फरार चल रहे इरफान को पकड़ने के लिए पुलिस ने मदीना कॉलोनी फेस-2 में दबिश दी थी, जहां उसने भागने की कोशिश करते हुए पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके दाहिने पैर में लगी, जिससे वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा और पुलिस ने मौके पर ही उसे दबोच लिया।
छिपने की जगह बनी जाल, सूचना से सटीक कार्रवाई
पुलिस को सोमवार देर शाम सूचना मिली थी कि इरफान मदीना कॉलोनी फेस-2 में छिपा है। सूचना मिलते ही लिसाड़ी गेट पुलिस और स्वाट टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी। जैसे ही पुलिस टीम मकान की ओर बढ़ी, इरफान ने खुद को घिरता देख गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। लेकिन पुलिस पहले से सतर्क थी, जवाबी फायरिंग में इरफान को एक गोली लगी और वह वहीं ढेर हो गया।
बरामद हुए हथियार, अपराधों का लंबा इतिहास
पुलिस ने इरफान के पास से 315 बोर का एक अवैध तमंचा, एक जिंदा कारतूस और दो खोखा कारतूस बरामद किए हैं। घायल इरफान को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस के मुताबिक, इरफान एक बेहद शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ चोरी, अवैध हथियार रखने और फायरिंग जैसे आधा दर्जन से ज्यादा गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
तारापुरी में फायरिंग कर हुआ था फरार
8 जून की शाम इरफान ने तारापुरी निवासी युवक मेहराज पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। इस हमले से इलाके में दहशत फैल गई थी। घटना की रिपोर्ट मेहराज के भाई सरताज ने लिसाड़ी गेट थाने में दर्ज कराई थी। तभी से पुलिस इरफान की तलाश में जुटी हुई थी। इरफान की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार दबिश दे रही थी और सोमवार की रात वह अंततः पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई
इस ऑपरेशन में लिसाड़ी गेट थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह की अगुवाई में उपनिरीक्षक मानवेन्द्र सिंह, नितिन कुमार, विशाल, रुसके तेवतिया और स्वाट टीम के राजकुमार, गौरव तोमर व जनकवीर सहित कई पुलिसकर्मी शामिल रहे। टीम की तत्परता और योजना के चलते एक बड़ा बदमाश पुलिस की पकड़ में आ गया।

Author: Shivam Verma
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