Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जनपद के मंसूरपुर थाना क्षेत्र में देर रात एक बड़ी कार्रवाई के दौरान पुलिस और अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान एक बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो गया, जबकि उसका एक साथी भी गिरफ्तार कर लिया गया। मौके से पुलिस ने लगभग 60 लाख रुपये की कीमत की तीन लग्जरी कारें, दो तमंचे, कारतूस और कारों के लॉक खोलने वाले आधुनिक उपकरण बरामद किए हैं।
मुखबिर की सूचना से खुला गिरोह का राज
पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ वाहन चोर रात के समय इलाके में चोरी की गई गाड़ियों की डील करने वाले हैं। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मंसूरपुर थाना क्षेत्र के जंगल में घेराबंदी की। जैसे ही पुलिस ने संदिग्ध वाहन को रोका, कार सवार बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली एक बदमाश के पैर में लगी, जिसकी पहचान डॉक्टर वाहिद के रूप में हुई है। मुठभेड़ के बाद मौके पर की गई कांबिंग के दौरान उसका साथी आसिफ भी गिरफ्तार कर लिया गया।
करोड़ों की गाड़ियों का करते थे कारोबार
पुलिस द्वारा की गई छानबीन में सामने आया है कि पकड़े गए बदमाशों के पास से दो हुंडई क्रेटा और एक किआ सेल्टॉस कार मिली हैं, जो हाल ही में चोरी की गई थीं। इनके पास से दो तमंचे, कुछ कारतूस और गाड़ियों के लॉक खोलने के लिए इस्तेमाल होने वाले अत्याधुनिक डिवाइस भी बरामद किए गए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये गिरोह दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और अन्य एनसीआर क्षेत्रों में महंगी कारों को निशाना बनाता था और उन्हें चोरी कर आसपास के जिलों में बेच देता था।
डॉक्टर वाहिद पर पहले से दर्ज हैं कई मामले
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार घायल बदमाश डॉक्टर वाहिद के खिलाफ विभिन्न जिलों में लूट, डकैती और वाहन चोरी जैसे गंभीर अपराधों के करीब 40 मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से पुलिस की रडार पर था और इस मुठभेड़ में उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने बड़ी सफलता माना है।
पुलिस अधिकारी ने दी जानकारी
मौके पर पहुंचे सीओ खतौली राम आशीष यादव ने बताया कि यह गिरोह कई बड़े शहरों और महानगरों से लग्जरी गाड़ियों की चोरी कर उन्हें ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बेच देता था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बेहद सुनियोजित तरीके से घेराबंदी की और गिरोह को दबोच लिया। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है। साथ ही बरामद की गई गाड़ियों की पहचान और मालिकों की जानकारी भी जुटाई जा रही है, जिससे जल्द ही उन्हें उनके असली मालिकों को सौंपा जा सके।

Author: Shivam Verma
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