Raebareli News: मई की चिलचिलाती धूप और लू की लहरें सिर्फ इंसानों को ही नहीं, बल्कि जानवरों को भी बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं। रायबरेली जिले में इस बार गर्मी ने अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, और इसका सबसे ज्यादा असर जिले की 89 निराश्रित गौशालाओं में रहने वाले गौवंशों पर देखा जा रहा है।
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने इन बेसहारा गौवंशों की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पशुधन विभाग को तत्काल प्रभाव से विशेष इंतज़ाम करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिले की सभी गौशालाओं में गर्मी से राहत दिलाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
गौशालाओं में किए गए राहत के इंतज़ाम
मुख्य पशुधन विकास अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि जिले की सभी 89 गौशालाओं में विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। गौवंशों को गर्मी और लू से बचाने के लिए उनके बाड़ों को जूट के बोरों और तिरपाल से ढक दिया गया है, ताकि सीधी धूप अंदर न पहुंच सके।
इन तिरपालों और बोरों पर दिन में कई बार पानी का छिड़काव किया जा रहा है, जिससे अंदर का तापमान नियंत्रित रहता है और लू का असर कम होता है। जिससे गौवंशों को गर्मी से काफी राहत मिल रही है।
पानी और चारे की भी है समुचित व्यवस्था
गौशालाओं में पशुओं के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था की गई है। चरहियों (पानी की टंकियों) को दिन में तीन से चार बार भरा जा रहा है ताकि किसी भी समय पानी की कमी न हो। इसके साथ ही उन्हें नियमित रूप से गीला भूसा भी दिया जा रहा है, जिससे उनका शरीर अंदर से भी ठंडा रहे।
की जाएगी वीडियो मॉनिटरिंग
श्री अनिल कुमार ने बताया कि गौशाला प्रबंधकों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे बाड़ों के चारों ओर लगाए गए तिरपालों को दिन में कई बार गीला करें और इस पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनाकर विभागीय व्हाट्सऐप समूह पर भेजें। इससे अधिकारियों को निगरानी में सुविधा होती है और किसी तरह की लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई की जा सकती है।

Author: Shivam Verma
Description