Sitapur News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को 46 दिनों की न्यायिक हिरासत के बाद जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आते ही उनके समर्थकों और परिजनों ने उनका जोरदार स्वागत किया। घर पहुंचने पर परिजनों ने तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया, जिससे सांसद भावुक हो गए। उनकी रिहाई के बाद राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है।
क्या है पूरा मामला?
कांग्रेस सांसद राकेश राठौर पर एक महिला नेता ने रेप और यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। इस मामले में 17 जनवरी को शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने पीड़िता के बयान न्यायालय में धारा 163 के तहत दर्ज कराए थे। मामला दर्ज होने के बाद सांसद कुछ समय तक फरार रहे। 30 जनवरी को जब वे अपने घर पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जमानत प्रक्रिया और कानूनी अड़चनें
सांसद राकेश राठौर ने जमानत के लिए अदालत में याचिका दायर की, लेकिन निचली अदालत ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की, जहां से 11 मार्च को उन्हें जमानत मिल गई। हालांकि, पुलिस ने चार्जशीट में धारा 69 जोड़ दी, जिससे उनकी रिहाई में और देरी हो गई और उन्होंने होली भी जेल में ही बिताई। आखिरकार, 18 मार्च को सीजेएम कोर्ट ने इस धारा में भी उन्हें जमानत दे दी और उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया।
समर्थकों में खुशी, राजनीतिक हलचल तेज
सांसद की रिहाई के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और परिजनों में खुशी का माहौल है। जेल से बाहर आते ही समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। इस पूरे प्रकरण ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है, क्योंकि आगामी चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दे सकती है। वहीं, भाजपा और अन्य विपक्षी दल इस मामले पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे सकते हैं।

Author: Shivam Verma
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