Kannauj News: बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले का माहौल भक्तिमय और आस्था से सराबोर नजर आया। जिले के प्रसिद्ध महादेवी घाट (मेहंदी घाट) पर रविवार देर रात से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने लगी थी, जो सोमवार सुबह तक लगातार बढ़ती रही। हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया।
श्रद्धालुओं का मानना है कि बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं और जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है। यही कारण रहा कि इस अवसर पर दूर-दूर से लोग अपने परिवार सहित घाट पर पहुंचे। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने घाट पर स्थित मंदिरों में पूजा-अर्चना की और भगवान शिव को भोग अर्पित किया। कई भक्तों ने चंद्रमा को अर्घ्य भी अर्पित किया, क्योंकि शास्त्रों में इस दिन चंद्रमा की विशेष महत्ता बताई गई है।
बुद्ध पूर्णिमा को लेकर धार्मिक मान्यताओं का अपना विशेष स्थान है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने अपने नवें अवतार ‘बुद्ध’ के रूप में धरती पर अवतरण किया था। इसलिए यह दिन ‘बुद्ध जयंती’ के रूप में भी मनाया जाता है। साथ ही इसे वैशाखी पूर्णिमा भी कहा जाता है, जो हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष की सबसे पुण्यकारी पूर्णिमा मानी जाती है।
घाट पर मौजूद संत बाबा महाकाल शर्मा ने बताया, “बुद्ध पूर्णिमा साल में एक बार आती है और इसका विशेष महत्व है। गंगा स्नान से आत्मा की शुद्धि होती है और यह मोक्ष की ओर अग्रसर करता है। इस दिन दान-पुण्य करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।”
महादेवी घाट पर सुबह से ही भजन-कीर्तन की गूंज सुनाई दी। सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से स्थानीय प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। पुलिस बल की तैनाती से लेकर सफाई व्यवस्था तक, हर पहलू पर ध्यान दिया गया, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ श्रद्धालुओं ने इस दिन अन्न, वस्त्र और जरूरतमंदों को दान देकर पुण्य अर्जित किया।

Author: Shivam Verma
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