Bulandshahr News Today: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में नेशनल हाईवे 91 पर एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है। इस हादसे में एक ट्रक की चपेट में आई बाइक में आग लग गई, जिससे बाइक सवार युवक सोहनपाल जिंदा जल गया। राहगीरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन आग की भयावहता के आगे वे असहाय नजर आए। अस्पताल पहुंचने से पहले ही सोहनपाल की मौत हो गई। हादसे के बाद टोल कर्मियों की गैरमौजूदगी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
क्या है पूरा हादसा?
बुलंदशहर कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव काहिरा निवासी सोहनपाल पुत्र पप्पू सिकंदराबाद की एक फैक्ट्री में काम करता था। सोमवार की देर शाम वह अपने गांव के ही राजकुमार के साथ बाइक से घर लौट रहा था। दरियापुर पुलिस चौकी क्षेत्र में उनकी बाइक एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गई और ट्रक बाइक को काफी दूर तक घसीटता रहा। जिससे ट्रक में फंसी बाइक में आग लग गई। बाइक के पीछे बैठे राजकुमार को राहगीरों ने समय रहते खींचकर बाहर निकाल लिया, जिससे वह मामूली रूप से घायल हुआ, लेकिन बाइक चालक सोहनपाल आग की चपेट में आ गया।
राहगीरों ने बुझाई आग, लेकिन नहीं बच सकी जान
घटना के बाद आसपास के राहगीरों ने बोरियों और कपड़ों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी विकराल थी कि सोहनपाल बुरी तरह झुलस गया। 90 प्रतिशत जलने के कारण उसकी हालत नाजुक हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ऐम्बुलेंस मंगवाकर उसे जिला अस्पताल भेजा, जहां से उसे सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली रेफर कर दिया गया। लेकिन इलाज के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
टोल प्लाजा कर्मचारियों की लापरवाही
इस हादसे ने हाईवे पर मौजूद टोल कर्मियों की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लुहारली टोल प्लाजा पर भारी भरकम टोल टैक्स वसूला जाता है, लेकिन जब जरूरत पड़ी, तो न तो टोल कर्मी मौके पर पहुंचे, न ही टोल प्लाजा की ऐम्बुलेंस आई और न ही फायर ब्रिगेड। परिजनों का कहना है कि यदि टोल कर्मी समय पर पहुंचते और राहत कार्य में सक्रिय होते, तो शायद सोहनपाल की जान बच सकती थी।
ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज
कोतवाली देहात प्रभारी निरीक्षक प्रेम चंद शर्मा ने बताया कि ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। वहीं, सोहनपाल के परिवार ने टोल प्लाजा प्रबंधन के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
इस दर्दनाक हादसे के बाद सोहनपाल के परिवार और स्थानीय नागरिकों में रोष है। परिजन टोल प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं।

Author: Shivam Verma
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